Important meeting of Trump-Stoltenberg : यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति पर भविष्य का प्लान

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News India Live, Digital Desk: Important meeting of Trump-Stoltenberg :  यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करने और नाटो के भविष्य पर अहम चर्चा के लिए, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग से न्यूयॉर्क स्थित ट्रंप टावर में मुलाकात की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब अमेरिकी चुनाव नज़दीक हैं और यूक्रेन के लिए स्थायी समर्थन सुनिश्चित करने हेतु एक रणनीतिक योजना तैयार की जा रही है।

स्टोलटेनबर्ग ने रूस-यूक्रेन युद्ध और यूरोपीय सुरक्षा पर मंडरा रहे खतरे को देखते हुए, यूक्रेन को नाटो द्वारा लंबे समय तक हथियारों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक योजना तैयार की है। इस योजना का मकसद नाटो की तरफ से दी जाने वाली मदद को और सुव्यवस्थित करना है, ताकि भविष्य में अमेरिकी चुनावों के संभावित नतीजों से भी इस सहायता पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। इसे 'ट्रंप-प्रूफ' योजना के तौर पर देखा जा रहा है। इसके तहत नाटो सालाना 40 बिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता देने पर विचार कर रहा है, जिससे यूक्रेन को ज़रूरत के मुताबिक लगातार घातक हथियारों और उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

गौरतलब है कि ट्रंप, राष्ट्रपति रहते हुए और अब भी, नाटो सदस्य देशों पर रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए लगातार दबाव बनाते रहे हैं। वह यह भी कहते रहे हैं कि उन्हें लगता है कि यूरोप पर्याप्त योगदान नहीं दे रहा है, और वह यूक्रेन को दी जा रही भारी अमेरिकी सहायता पर सवाल उठाते रहे हैं। जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने पिछले महीने भी वाशिंगटन में कई रिपब्लिकन सांसदों से मुलाकात की थी, जिसका उद्देश्य यूक्रेन को मिल रहे अमेरिकी समर्थन में आने वाली संभावित चुनौतियों को दूर करना था। उन्होंने तर्क दिया कि यूक्रेन की रक्षा के लिए अमेरिकी और यूरोपीय दोनों को साझा रूप से प्रतिबद्ध होना चाहिए।

इस बैठक का एक और महत्वपूर्ण एजेंडा यह भी था कि यूक्रेन को सैन्य सहायता के समन्वय की ज़िम्मेदारी सीधे अमेरिका से लेकर नाटो के हवाले कर दी जाए। वर्तमान में यह कार्य अमेरिका के नेतृत्व में गठित 'यूक्रेन सिक्योरिटी असिस्टेंस ग्रुप' (USAG) द्वारा किया जाता है। नाटो की यह नई योजना, जो लिथुआनिया के विनियस में होने वाले आगामी नाटो शिखर सम्मेलन में घोषित हो सकती है, इस बदलाव का एक बड़ा हिस्सा होगी। यह ट्रंप के लिए यूक्रेन युद्ध में शांति स्थापित करने के लिए भी एक मजबूत स्थिति बनाने का अवसर होगा, यदि वह फिर से राष्ट्रपति चुने जाते हैं। यह मुलाकात नाटो के भविष्य, अमेरिका की भूमिका और यूक्रेन के संघर्ष में अंतर्राष्ट्रीय समर्थन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

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