कर्मचारी सावधान, आधार-UAN लिंक नहीं किया तो रुक सकता है आपका PF का पैसा

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अगर आप वेतनभोगी कर्मचारी हैं और अपने पीएफ के पैसे को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो अपने आधार को यूएएन से लिंक करना बेहद ज़रूरी है। यह आसान प्रक्रिया घर बैठे ऑनलाइन की जा सकती है, जिससे आपके पीएफ निकालने की प्रक्रिया आसान हो जाती है और पैसे फंसने का खतरा कम हो जाता है। आइए जानते हैं इस लिंकिंग की पूरी प्रक्रिया और इसके फ़ायदे।

आधार-यूएएन लिंकिंग क्यों आवश्यक है?

आधार को UAN से जोड़ने से PF निकासी के लिए नियोक्ता की मंज़ूरी की ज़रूरत खत्म हो जाती है, जिससे प्रक्रिया तेज़ और आसान हो जाती है। इसके अलावा, इस लिंकिंग से डुप्लिकेट खातों की समस्या भी खत्म हो जाती है और आपका डेटा एक ही UAN के तहत सुरक्षित रहता है। ECR और EPFO योगदान के लिए भी यह लिंकिंग ज़रूरी है।

आधार-यूएएन को लिंक करने के 4 तरीके

आधार को UAN से जोड़ने के लिए निम्नलिखित 4 तरीके उपलब्ध हैं:

1. उमंग ऐप के माध्यम से

उमंग ऐप डाउनलोड करें और ईपीएफओ → ई-केवाईसी सेवाएं → आधार सीडिंग विकल्प चुनें।

अपना यूएएन और ओटीपी दर्ज करें, फिर आधार विवरण जोड़ें।

दो बार ओटीपी सत्यापन के बाद तुरंत लिंकिंग हो जाएगी।

2. ईपीएफओ सदस्य पोर्टल के माध्यम से

यूएएन और पासवर्ड के साथ ईपीएफओ के आधिकारिक पोर्टल पर लॉग इन करें।

Manage → KYC → Aadhaar विकल्प चुनें।

आधार नंबर और नाम दर्ज करें, फिर सहेजें।

ये विवरण लंबित केवाईसी में जाएंगे, और नियोक्ता से अनुमोदन के बाद, स्वीकृत केवाईसी में दिखाई देंगे।

3. ईपीएफओ ई-केवाईसी पोर्टल के माध्यम से

UAN को आधार से लिंक करें विकल्प चुनें।

UAN और मोबाइल नंबर दर्ज करें, फिर OTP सत्यापित करें।

मोबाइल या ईमेल पर प्राप्त ओटीपी के माध्यम से प्रामाणिकता सत्यापित करें, और लिंकिंग तुरंत पूरी हो जाएगी।

4. ऑफ़लाइन विधि

निकटतम ईपीएफओ कार्यालय या सीएससी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाएं।

आधार सीडिंग आवेदन पत्र भरें और यूएएन, आधार और पैन की स्व-सत्यापित प्रतियां जमा करें।

सत्यापन के बाद, मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से लिंकिंग की पुष्टि प्राप्त होगी।

आधार-यूएएन लिंक करने के लाभ

सरल प्रक्रिया: नियोक्ता की अनुमति के बिना पीएफ निकासी ऑनलाइन की जा सकती है।

सुरक्षा: आधार-आधारित पहचान से धोखाधड़ी का जोखिम कम हो जाता है।

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