रांची, 22 अप्रैल (हि.स.)। राज्य की हॉट सीट बन चुकी गोड्डा में काफी राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है। इस लोकसभा सीट से दीपिका पांडे सिंह को कांग्रेस की तरफ से टिकट दिया गया था लेकिन कुछ ही दिनों में कांग्रेस ने उम्मीदवार बदल दिया। अब इस सीट से पांचवी बार प्रदीप यादव मैदान में हैं। पिछले चारों चुनाव वो हार चुके हैं। हालांकि कांग्रेस की तरफ से वो इस बार पहली बार चुनाव लड़ेंगे। प्रदीप यादव को टिकट मिलने के बाद तीन बार के भाजपा के गोड्डा सीट से सांसद निशिकांत दुबे से मुकाबला है।
एक एक ओर निशिकांत दुबे ने चुनाव प्रचार नहीं करने का एलान कर दिया है वहीं प्रदीप यादव की ओर से भी करारा जवाब मिला है। निशिकांत दुबे ने अपने प्रतिद्वंदी प्रदीप यादव के खिलाफ चुनाव प्रचार नहीं करने का एलान कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस उम्मीदवार की ओर से भी उन्हें करारा जवाब दिया गया है।
गोड्डा लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी प्रदीप यादव ने बहुत बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव मेरा आखिरी चुनाव है। अगर लोकसभा चुनाव जीता तो जनता की सेवा करूंगा नहीं तो राजनीति से संन्यास लेने का प्रयास करूंगा, विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ूंगा। प्रदीप यादव ने कहा कि पांच बार विधानसभा से जीत चुका हूं, विधानसभा में क्षेत्र की आवाज उठा चुका हूं, लोगों का आशीर्वाद ले चुका हूं, अब दिल्ली में लोगों की आवाज उठाउंगा।
प्रदीप यादव ने सभी कार्यकर्ता से कहा कि फालतू बातों पर ध्याम नहीं दीजिए। उन्होंने कहा कि निशिकान्त दुबे क्या लिखते हैं उस पर नहीं जाना है। हम सभी घटक दल को एक साथ होकर देश को बचाने के लिए संविधान को बचाने के लिए चुनाव लड़ना है। प्रदीप यादव ने कहा जो लोग संविधान बचाने की बात करते हैं वह सबसे पहले आरक्षण को खत्म करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने एक हजारों करोड़ का कर्जा आदनी-अम्बानी का माफ कर रही है। हमारे राहुल गांधी ने एलान किया है करोड़ों किसानों का कर्ज माफ करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द हम सब फुरकान अंसारी से मिलने वाले हैं। बाकी घटक दलों के नेताओं भी मिलेंगे।
रविवार को ही कांग्रेस ने गोड्डा लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बदला है। पहले यहां से दीपिका पांडेय सिंह को टिकट दिया गया था। अब यहां से प्रदीप यादव चुनाव लड़ेंगे। वहीं, प्रदीप यादव को टिकट दिए जाने के बाद बीजेपी के प्रत्याशी निशिकांत दुबे ने कहा कि अब वह चुनाव प्रचार करने नहीं जाएंगे। सिर्फ रिजल्ट लेने जाएंगे। उन्होंने कहा कि जो आदमी लगातार चार बार हारे, 2004 में फुरकान अंसारी से हारे, 2009, 2014 और 2019 में मुझसे हारे, जिनके ऊपर बलात्कार के आरोप हों उनके खिलाफ क्या चुनाव प्रचार करें। उन्होंने कहा कि 2019 में वो कहते दिखे कि यह मेरा आखिरी चुनाव है। इसके बाद संन्यास ले लूंगा। कई मौकों पर उन्होंने संन्यास लेने की बात कही, जिनके बात का कोई मतलब ना हो, जिनसे चुनाव में कोई मुकाबला ना हो, उनके खिलाफ क्या चुनाव प्रचार करेंगे।