गाजा युद्ध के तीसरे साल में शांति की उम्मीद ,मिस्र में इजरायल-हमास की गुप्त वार्ताएं शुरू

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News India Live, Digital Desk: इजरायल और हमास के बीच चल रहा संघर्ष, जिसे अब तीसरा साल शुरू हो गया है, थमने का नाम नहीं ले रहा है. लेकिन अब राहत की खबर है कि दोनों पक्षों ने मिस्र में अप्रत्यक्ष शांति वार्ता शुरू कर दी है. काहिरा में हुई ये बैठकें इसलिए खास हैं क्योंकि इनके जरिए गाजा में शांति स्थापित करने और क्षेत्र में स्थिरता लाने की उम्मीद जगी है.

जानकारी के मुताबिक, इन शांति वार्ताओं में अमेरिका भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, खासकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से सुझाए गए एक शांति प्रस्ताव के बाद से उम्मीदें और बढ़ी हैं. इस योजना के तहत कई अहम बातें शामिल हैं:

  1. सबसे पहले, गाजा में स्थायी संघर्ष-विराम लागू किया जाएगा. यह लंबे समय से चली आ रही हिंसा को रोकने की दिशा में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम होगा.
  2. दूसरा, हमास उन सभी इजरायली बंधकों को रिहा करेगा जिन्हें उसने 7 अक्टूबर 2023 के हमलों के बाद पकड़ रखा है.
  3. और तीसरा, बदले में इजरायल अपनी जेलों में बंद 1,950 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. इस कदम से क्षेत्र में विश्वास का माहौल बनाने में मदद मिल सकती है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हमास बंधकों को रिहा करने और गाजा की सत्ता सौंपने के लिए तैयार है, लेकिन उसने अपने लड़ाकों को निरस्त्र (हथियार छोड़ने) करने से इनकार कर दिया है. यही एक प्रमुख बिंदु है जिस पर बातचीत अटक सकती है, क्योंकि इजरायल हमास के पूरी तरह से निरस्त्रीकरण पर जोर दे रहा है.

गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था. इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, इस युद्ध में अब तक हजारों फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और गाजा पट्टी पूरी तरह से बर्बाद हो गई है.

मंगलवार को इस युद्ध को पूरे दो साल हो चुके हैं. ऐसे में मिस्र में हो रही यह शांति वार्ता बहुत ही महत्वपूर्ण है और दुनिया भर की नजरें इन पर टिकी हुई हैं कि क्या ये कोशिशें गाजा में शांति का नया रास्ता खोल पाएंगी या नहीं.

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