Hollywood Record : 99 की उम्र में रचा इतिहास, सर डेविड एटनबरो बने एमी अवॉर्ड जीतने वाले सबसे बुजुर्ग इंसान
News India Live, Digital Desk: जब हम 99 साल की उम्र के बारे में सोचते हैं, तो हमारे दिमाग में एक ऐसे इंसान की तस्वीर बनती है जो आराम से घर पर बैठा हो, शायद कुछ पढ़ रहा हो या अपने परिवार के साथ वक़्त बिता रहा हो. लेकिन सर डेविड एटनबरो के लिए उम्र सिर्फ एक नंबर है. उन्होंने 99 साल की उम्र में वो कर दिखाया है जो आज तक कोई नहीं कर पाया.
मशहूर प्रकृतिवादी और प्रसारक (Naturalist and Broadcaster) सर डेविड एटनबरो ने डेटाइम एमी अवॉर्ड (Daytime Emmy Award) जीतकर इतिहास रच दिया है. वह यह प्रतिष्ठित सम्मान पाने वाले अब तक के सबसे उम्रदराज व्यक्ति बन गए हैं.
तोड़ा 98 साल के डिक वैन डाइक का रिकॉर्ड
इससे पहले यह रिकॉर्ड हॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता डिक वैन डाइक (Dick Van Dyke) के नाम था. डिक वैन डाइक ने पिछले साल ही 98 साल की उम्र में अपनी टीवी सीरीज 'डेज ऑफ अवर लाइव्स' में एक गेस्ट रोल के लिए डेटाइम एमी अवॉर्ड जीता था. उस वक्त लगा था कि यह रिकॉर्ड शायद ही कोई तोड़ पाएगा, लेकिन सर डेविड एटनबरो ने सिर्फ एक साल बाद ही यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.
किस काम के लिए मिला यह सम्मान?
सर डेविड एटनबरो को यह अवॉर्ड उनके शानदार शो "The Secret Life Of Pandas" के लिए "आउटस्टैंडिंग ट्रैवल, एडवेंचर एंड नेचर प्रोग्राम" कैटेगरी में मिला. जैसा कि नाम से ही पता चलता है, यह शो चीन के पांडा संरक्षण केंद्रों में रहने वाले पांडा के जीवन के अनछुए पहलुओं को दिखाता है.
सर डेविड ने अपनी जानी-मानी और दिल को छू लेने वाली आवाज में इस शो को नैरेट किया है. उनकी आवाज में वो जादू है जो दर्शकों को सीधे प्रकृति की गोद में ले जाता है. यही वजह है कि 99 साल की उम्र में भी उनका काम दुनिया भर में सराहा जा रहा है.
कौन हैं सर डेविड एटनबरो?
सर डेविड एटनबरो किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. पिछले 70 सालों से भी ज़्यादा समय से वह अपनी डॉक्यूमेंट्रीज़ के जरिए हमें इस धरती के जानवरों, पौधों और प्राकृतिक सुंदरता से रूबरू करा रहे हैं. 'प्लेनेट अर्थ', 'ब्लू प्लेनेट' और 'अवर प्लेनेट' जैसे उनके शो सिर्फ शो नहीं, बल्कि एक अनुभव हैं. उन्हें ब्रिटेन में 'राष्ट्रीय खजाना' (National Treasure) माना जाता है.
यह एमी अवॉर्ड सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि सर डेविड के उस जुनून, समर्पण और प्रकृति के प्रति प्रेम का सम्मान है जो उम्र की सीमाओं से कहीं ऊपर है. उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कुछ करने और सीखने की कोई उम्र नहीं होती.
--Advertisement--