History making Ramayan: दूरदर्शन के इस महाकाव्य ने तोड़े थे TRP के सारे रिकॉर्ड बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
News India Live, Digital Desk: History making Ramayan: भारत के टेलीविजन इतिहास में अगर किसी धारावाहिक को 'महागाथा' या 'घटना' का दर्जा हासिल है, तो वह निस्संदेह रामानंद सागर का 'रामायण' है। अस्सी के दशक में दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ यह सीरियल सिर्फ एक टीवी शो नहीं, बल्कि भारतीय घरों में एक साप्ताहिक उत्सव बन गया था। इसकी लोकप्रियता और सांस्कृतिक प्रभाव इतना गहरा था कि इसने भारतीय मनोरंजन और दर्शकों की आदतों को हमेशा के लिए बदल दिया।
यह शो न केवल अपने पहले प्रसारण में ऐतिहासिक रूप से सफल रहा, बल्कि साल 2020 में कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान जब इसे दोबारा प्रसारित किया गया, तब इसने दुनिया के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। इसके 78वें एपिसोड ने एक ही दिन में 8.5 करोड़ दर्शकों का आंकड़ा छूकर एक विश्व कीर्तिमान स्थापित किया, जिसे अब तक कोई शो पार नहीं कर पाया है। अप्रैल 2020 में इसकी शुरुआत से ही, इस पुन:प्रसारण ने अपार लोकप्रियता हासिल की थी। कुल मिलाकर, महज 25 दिनों के भीतर इस सीरियल ने 7.7 करोड़ से अधिक नए दर्शक आकर्षित किए थे, जो अपने आप में एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।
जब यह धारावाहिक पहली बार 1987 से 1988 के बीच प्रसारित होता था, तब हर रविवार की सुबह सड़कें और गलियां सूनी हो जाती थीं। लोग अपने परिवार के साथ टीवी के सामने बैठ जाते थे, कई तो भक्तिभाव से इस शो को ऐसे देखते थे, मानो वे किसी धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा हों। कई घरों में टीवी ऑन करने से पहले अगरबत्ती भी जलाई जाती थी।
रामानंद सागर के निर्देशन में बने इस सीरियल में अरुण गोविल ने मर्यादा पुरुषोत्तम राम, दीपिका चिखलिया ने मां सीता, सुनील लहरी ने लक्ष्मण और अरविंद त्रिवेदी ने लंकापति रावण का अमर किरदार निभाया था। इन कलाकारों को उनके निभाए गए इन पात्रों के लिए आज भी दर्शक सम्मान और भक्तिभाव से याद करते हैं।
आज भी, 'रामायण' का जादू बरकरार है और यह भारतीय टेलीविजन इतिहास की सबसे बड़ी, सबसे प्रतिष्ठित और सबसे सफल विरासतों में से एक है, जिसने पीढ़ियों को प्रभावित किया है।
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