GST New Rates : 22 सितंबर से आपकी जेब पर पड़ेगा बड़ा असर, सॉफ्ट ड्रिंक से लेकर SUV कार तक ,सब कुछ हुआ महंगा
News India Live, Digital Desk: GST New Rates : त्योहारी सीजन की शुरुआत से ठीक पहले आम आदमी के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। वस्तु एवं सेवा कर (GST) काउंसिल के फैसलों के बाद आज यानी 22 सितंबर से कई जरूरी और शौकिया चीजों के दाम बढ़ गए हैं। जीएसटी की दरों में हुए इस बदलाव का सीधा असर आपकी जेब पर पड़ने वाला है।
चाहे आप कोई नई गाड़ी खरीदने की सोच रहे हों या फिर गर्मी में ठंडी कोल्ड ड्रिंक का मजा लेना चाहते हों, अब आपको पहले से ज्यादा कीमत चुकानी होगी। आइए जानते हैं कि जीएसटी की नई दरों के लागू होने के बाद कौन-कौन सी चीजें महंगी हो गई हैं।
इन चीज़ों पर बढ़ा टैक्स का बोझ:
- सॉफ्ट ड्रिंक्स और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स: अब किसी भी तरह की कोल्ड ड्रिंक या कार्बोनेटेड पेय पदार्थ पीना महंगा हो जाएगा। इन पर लगने वाले सेस (Cess) को बढ़ा दिया गया है, जिसके चलते इनकी कीमतों में उछाल आएगा।
- कारें (SUV, MUV और सेडान): अगर आप कोई नई कार, खासकर कोई बड़ी गाड़ी जैसे एसयूवी (SUV), एमयूवी (MUV) या सेडान खरीदने का प्लान बना रहे थे, तो अब आपको ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। इन गाड़ियों पर लगने वाले सेस में भी बढ़ोतरी की गई है, जिससे कार कंपनियों को कीमतें बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
- रेलवे पार्ट्स और सेवाएं: ट्रेन का सफर तो सीधे तौर पर महंगा नहीं हुआ है, लेकिन रेलवे से जुड़ी कुछ सेवाओं और पार्ट्स पर जीएसटी की दर को बढ़ा दिया गया है। इसका असर आने वाले समय में रेलवे के किरायों या दूसरी सेवाओं पर देखने को मिल सकता है।
- प्री-पैकेज्ड और लेबल वाले उत्पाद: आटा, दही, पनीर जैसे पहले से पैक और लेबल वाले उत्पादों पर पहले से ही जीएसटी लग रहा था, अब इस लिस्ट में और भी चीजों को शामिल करने और कुछ की दरों को बदलने की बात कही गई है, जिसका असर आपकी रसोई के बजट पर पड़ सकता है।
क्यों बढ़ाए गए दाम?
सरकार का मानना है कि इन वस्तुओं पर टैक्स बढ़ाने से राजस्व में बढ़ोतरी होगी और यह अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी है। जीएसटी काउंसिल की बैठकों में राज्यों और केंद्र के बीच विचार-विमर्श के बाद ही इन दरों को बदलने का फैसला लिया जाता है।
यह बदलाव ऐसे समय में आया है जब लोग त्योहारी सीजन के लिए खरीदारी की योजना बना रहे हैं। कार से लेकर घर के राशन तक, महंगाई के इस नए झटके के लिए अब आम आदमी को तैयार रहना होगा।
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