GST 2.0 Cheaper Items : अब बचत होगी रोज़ ,GST के नए नियम आज से, हर घर पर सीधा असर ,जानें फ़ायदे

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News India Live, Digital Desk: क्या आपने कभी सोचा था कि आपकी रोज़मर्रा की खरीदारी आपकी जेब पर थोड़ी हल्की हो सकती है? अगर नहीं, तो आज से भारत में ऐसा ही होने वाला है! 'जीएसटी 2.0' (GST 2.0) नाम के नए नियम लागू हो गए हैं, जिनके तहत 375 से भी ज़्यादा चीजों पर लगने वाला जीएसटी अब कम हो गया है. इसका सीधा मतलब ये है कि किचन से लेकर आपके बाथरूम तक और आपके गैजेट्स से लेकर दवाइयों तक – बहुत कुछ अब आपको सस्ता मिलेगा. इससे आपके घर का मासिक बजट थोड़ा आसान हो जाएगा और महंगाई से भी कुछ राहत मिलेगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बड़े बदलाव को 'बचत उत्सव' कहा है. उनका मानना है कि यह भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा और ज़रूरी कदम है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जानकारी दी है कि इन नए जीएसटी सुधारों से देश के नागरिकों को कुल मिलाकर करीब 2 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी.

आपके किचन का बजट अब रहेगा कंट्रोल में:

अब घर में रोज़ इस्तेमाल होने वाली कई खाने-पीने की चीज़ें पहले से कम दाम पर मिलेंगी. जैसे घी, पनीर, मक्खन (बटर), बिस्कुट, अनाज, सूखे मेवे, फलों का जूस, आइसक्रीम, जैम, केचप और पैकेट वाले स्नैक्स जैसी चीज़ें अब कम जीएसटी दरों के साथ उपलब्ध होंगी. इतना ही नहीं, रोटी, पराठा, छेना और खखरा जैसे रोज़मर्रा के आइटम तो अब पूरी तरह से टैक्स-फ्री हो गए हैं. यह बदलाव सीधा आपकी हर महीने की किराना लिस्ट पर असर डालेगा और बचत बढ़ाएगा.

रोज़मर्रा की ज़रूरतों पर भी बड़ी राहत:

नहाने का साबुन, शैम्पू, हेयर ऑयल, शेविंग क्रीम, टेलकम पाउडर, फेस क्रीम, टूथब्रश और टूथपेस्ट जैसे आपकी पर्सनल केयर के उत्पाद भी अब सस्ते मिलेंगे, क्योंकि इन पर लगने वाला टैक्स घटा दिया गया है. बच्चों के डाइपर और उन्हें दूध पिलाने के लिए ज़रूरी सामान पर भी जीएसटी में कमी की गई है, जिससे नए माता-पिता को बड़ी सहूलियत होगी.

इलेक्ट्रॉनिक सामान और गाड़ियाँ खरीदने का सुनहरा मौका:

अगर आप नया एयर कंडीशनर, वॉशिंग मशीन, टीवी (खासकर 32 इंच से बड़े वाले), डिशवॉशर या रेफ्रिजरेटर खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह आपके लिए ख़ुशी की ख़बर है! इन सभी इलेक्ट्रॉनिक्स पर अब कम जीएसटी लगेगा. ठीक इसी तरह, कारें, एसयूवी और 350 सीसी तक की मोटरसाइकिलें भी सस्ती हुई हैं, जिससे अपनी पसंद का वाहन खरीदने का सपना अब और भी आसान हो सकता है.

अन्य ज़रूरी सामानों और सेवाओं पर भी मिली छूट:

स्वास्थ्य और जीवन बीमा पॉलिसियां भी अब सस्ती मिलेंगी या कुछ मामलों में इन पर टैक्स छूट का फायदा भी मिलेगा. साथ ही, सैलून, जिम और योग सेवाओं का इस्तेमाल करना भी अब आपकी जेब पर पहले जितना भारी नहीं पड़ेगा. मकान बनाने में इस्तेमाल होने वाला सीमेंट और कई जीवनरक्षक दवाएं भी अब कम दरों पर मिलेंगी. स्कूल-कॉलेज की किताबें, कॉपी और अन्य स्टेशनरी आइटम या तो टैक्स फ्री हो गए हैं या फिर उन पर लगने वाला टैक्स काफी घटा दिया गया है.

सरकार ने जीएसटी की पहले वाली जटिल चार-स्तरीय व्यवस्था (5%, 12%, 18%, 28%) को काफी सरल कर दिया है और अब इसे मुख्य रूप से दो स्लैब (5% और 18%) में बदल दिया गया है, जिससे टैक्स का पूरा सिस्टम अब काफ़ी आसान हो गया है. हालांकि, तंबाकू और लग्जरी (विलासिता) की चीज़ों पर अभी भी 40% की ऊंची दर से टैक्स जारी रहेगा. इस बड़े बदलाव का मकसद यही है कि आम नागरिक को खरीदारी में राहत मिले और देश की आर्थिक गतिविधियों को और तेज़ी मिले.

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