Gold भूल जाइये Devil’s Metal ने तोड़े सारे रिकॉर्ड चांदी का यह तूफानी रूप देखकर सहम गया बाज़ार

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News India Live, Digital Desk : अगर आप सोने (Gold) के भाव देखकर ही हैरान हो रहे थे, तो अब जरा चांदी (Silver) की तरफ देखिये। कमोडिटी के बाज़ार में इस वक्त चांदी ने जो कोहराम मचाया है, उसने बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स की बोलती बंद कर दी है। चांदी अपने "ऑल टाइम हाई" (सबसे उच्चतम स्तर) पर पहुँच चुकी है।

लेकिन रुकिए! बाज़ार में इस तेजी के साथ एक डरावना नाम भी गूंज रहा है "The Devil’s Metal" (शैतानी धातु)। सुनने में अजीब लगता है न? कि आखिर इतनी चमकने वाली और मुनाफा देने वाली चीज को 'शैतान' क्यों कहा जा रहा है? आइये, आज आपको इसकी पूरी कुंडली बताते हैं, बिल्कुल आसान भाषा में।

1980, 2011 और अब 2025: इतिहास खुद को दोहरा रहा है?

चांदी में आज जो तेजी दिख रही है, वो नई नहीं है। इसने इतिहास में दो बार और ऐसा ही तांडव मचाया था।

  1. 1980 की वो दीवानगी (हंट ब्रदर्स का खेल): यह किस्सा बहुत मशहूर है। नेल्सन बंकर हंट और विलियम हरबर्ट हंट—इन दो भाइयों ने मिलकर दुनिया भर की चांदी पर कब्ज़ा करने की कोशिश की थी। उन्होंने इतनी चांदी खरीदी कि बाज़ार में कमी हो गई और भाव आसमान छूने लगे। इसे 'सिल्वर थर्सडे' कहा जाता है। लेकिन जब गुब्बारा फूटा, तो भाव धड़ाम से गिरे और निवेशक बर्बाद हो गए।
  2. 2011 की चमक: इसके बाद साल 2011 में चांदी एक बार फिर 50 डॉलर के करीब पहुंची थी। तब कारण था आर्थिक मंदी के बाद रिकवरी की उम्मीद।

और अब, 2025 में, चांदी ने फिर से वही रफ्तार पकड़ी है। इस बार कारण कुछ और है—इंडस्ट्रियल डिमांड। सोलर पैनल बनाने हो, इलेक्ट्रिक गाड़ियां (EVs) हों, या एआई (AI) के चिप्स—इन सबमें चांदी की भारी मांग है और सप्लाई कम है। इसी वजह से भाव रॉकेट बने हुए हैं।

लेकिन इसे 'Devil's Metal' क्यों कहते हैं?

अब आते हैं उस रहस्यमयी नाम पर। इसे 'शैतानी धातु' या 'डेविल्स मेटल' इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका स्वभाव बहुत चंचल (Volatile) है।

सीधा गणित समझिए—सोना (Gold) धीरे-धीरे बढ़ता है और मुश्किल समय में आपको सुरक्षा देता है। लेकिन चांदी? चांदी एक दिन आपको राजा बना सकती है और अगले ही दिन ज़मीन पर ला सकती है। इसकी कीमत में उतार-चढ़ाव इतना तेज होता है कि कमजोर दिल वाले निवेशकों की धड़कनें रुक जाएं। यह लालच देकर फंसाती है और फिर गिरा देती है, इसीलिए इसे पुरानी कहावतों में 'शैतान' कहा गया जो निवेशकों के धैर्य की परीक्षा लेती है।

अब आपको क्या करना चाहिए?

आज 14 दिसंबर है, और बाज़ार में चांदी 'हॉट टॉपिक' है। एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि जिस तरह दुनिया ग्रीन एनर्जी की तरफ बढ़ रही है, चांदी की जरुरत तो रहेगी ही। मतलब लॉन्ग टर्म में दम है।

लेकिन 'डेविल्स मेटल' के इतिहास को मत भूलिए। यह जितनी तेजी से ऊपर जाती है, उतनी ही तेजी से प्रॉफिट बुकिंग होने पर नीचे भी आ सकती है। अगर आप निवेश की सोच रहे हैं, तो सिर्फ चमक देखकर पैसा न लगाएं, क्योंकि इस धातु का मिजाज समझना हर किसी के बस की बात नहीं है। 

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