Film Review : अनुराग कश्यप की निशांची बॉक्स ऑफिस पर लड़खड़ाई ,जॉली एलएलबी 3 के सामने महज़ 85 लाख कमा पाई
News India Live, Digital Desk: Film Review : बॉलीवुड के फ़िल्ममेकर अनुराग कश्यप अपनी अलग तरह की कहानियों और रियलिस्टिक सिनेमा के लिए जाने जाते हैं. उनकी नई फ़िल्म 'निशांची' (Nishaanchi) हाल ही में बड़े पर्दे पर रिलीज़ हुई है. लेकिन इस फ़िल्म को बॉक्स ऑफिस पर एक बड़े तूफान का सामना करना पड़ा है – वो भी अक्षय कुमार और अरशद वारसी की मच अवेटेड फ़िल्म 'जॉली एलएलबी 3' (Jolly LLB 3) का. इस टक्कर का सीधा असर 'निशांची' की कमाई पर पड़ा है, और अपनी रिलीज़ के पहले वीकेंड में यह फ़िल्म सिर्फ़ 85 लाख रुपये का कारोबार ही कर पाई.
तो क्या रही इसकी वजह और क्यों यह फ़िल्म दर्शकों को थिएटर तक खींचने में कामयाब नहीं रही? आइए समझते हैं.
'निशांची' की धीमी शुरुआत:
अनुराग कश्यप जैसे फ़िल्ममेकर, जो अक्सर कंटेंट-ड्रिवेन सिनेमा बनाते हैं, उनकी फ़िल्मों से ख़ास दर्शकों को हमेशा उम्मीद रहती है. 'निशांची' ने अपने ओपनिंग वीकेंड (शुक्रवार से रविवार) में सिर्फ 85 लाख रुपये कमाए हैं. ये आँकड़े दिखा रहे हैं कि बड़े स्तर पर दर्शकों ने इस फ़िल्म में दिलचस्पी नहीं दिखाई, और शायद ये इस हफ़्ते रिलीज़ हुई सबसे बड़ी फ़िल्म के आगे अपनी जगह बनाने में नाकाम रही.
'जॉली एलएलबी 3' का ज़बरदस्त प्रभाव:
फिल्मों की रिलीज़ के मामले में बॉक्स ऑफिस पर एक साथ दो बड़ी या चर्चित फिल्मों का आना, अक्सर किसी एक के लिए भारी पड़ जाता है. 'जॉली एलएलबी 3' के साथ भी ऐसा ही हुआ. इस फ़िल्म की स्टार कास्ट, पॉपुलर फ्रैंचाइज़ी (पिछली दो फ़िल्में भी हिट रही हैं) और मनोरंजन का वादा इसे दर्शकों की पहली पसंद बना गया. जहाँ 'जॉली एलएलबी 3' ने आते ही बॉक्स ऑफिस पर 'धमाल' मचाया होगा, वहीं 'निशांची' जैसे आर्टिस्टिक या थोड़े अलग तरह की फ़िल्म के लिए खुद को साबित कर पाना बहुत मुश्किल हो गया होगा. सिनेमाघरों में ज़्यादा स्क्रीन्स और दर्शकों का ध्यान 'जॉली एलएलबी 3' की ओर ज़्यादा खिंच गया होगा.
अनुराग कश्यप की फ़िल्में अक्सर मेनस्ट्रीम बॉलीवुड फ़िल्मों से थोड़ी अलग होती हैं. उनकी फ़िल्में कम बजट में बनती हैं और टारगेट ऑडियंस भी एक ख़ास वर्ग होता है. ऐसे में अगर किसी बड़ी बजट या पॉपुलर कमर्शियल फ़िल्म से टक्कर हो जाए, तो उनकी फ़िल्मों को हमेशा चुनौती का सामना करना पड़ता है.
फिल्मों के इस टकराव से यह भी पता चलता है कि दर्शक हमेशा पहले उन्हीं फिल्मों को देखने का मन बनाते हैं, जिनका प्रचार-प्रसार बहुत ज़्यादा हुआ हो या जिनकी स्टार कास्ट बहुत बड़ी हो. छोटे बजट की और हटकर कहानियाँ अक्सर ऐसी प्रतिस्पर्धा में पीछे रह जाती हैं, भले ही उनकी कंटेंट में दम हो. अब देखना यह होगा कि 'निशांची' आने वाले दिनों में अपनी कमाई में कितनी तेज़ी ला पाती है या फिर बॉक्स ऑफिस पर यह 'जॉली एलएलबी 3' के तूफान में कहीं खो जाएगी.
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