समय पर भरें ITR, पाएं तुरंत रिफंड! जानें आयकर रिटर्न फाइलिंग का सही तरीका और फायदे

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जैसे-जैसे वित्तीय वर्ष 2024-25 (आकलन वर्ष 2025-26) के लिए आयकर रिटर्न (Income Tax Return - ITR) दाखिल करने का समय नज़दीक आ रहा है, कई लोग यह सोच रहे होंगे कि फाइलिंग को लेकर क्या रणनीति अपनानी चाहिए। विशेषज्ञ अक्सर यह सलाह देते हैं कि जल्दी आयकर रिटर्न दाखिल करना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है, खासकर तब जब आप टैक्स रिफंड (Tax Refund) के हकदार हों। इसे तेज़ी से रिफंड पाने की एक तरह की 'गारंटी' भी कहा जा सकता है।

जल्दी ITR फाइलिंग से कैसे मिलती है तेज़ रिफंड की गारंटी?

जब आप वित्तीय वर्ष (Financial Year) समाप्त होने के तुरंत बाद अपना आयकर रिटर्न दाखिल करते हैं, तो इसका सीधा असर आपके टैक्स रिफंड को तेज़ करने पर पड़ता है। इसके कई मुख्य कारण हैं:

कम बैकलॉग: यदि आप फाइलिंग की अंतिम तिथि (Deadline) का इंतजार किए बिना जल्दी अपना रिटर्न जमा करते हैं, तो आयकर विभाग पर एक साथ ढेर सारे रिटर्न प्रोसेस करने का दबाव कम होता है। विभाग के पास आपके रिटर्न को मान्य करने, उसकी जांच करने और रिफंड जारी करने के लिए पर्याप्त समय और संसाधन होते हैं, जिससे देरी की संभावना कम हो जाती है।

आसान वेरिफिकेशन: जल्दी दाखिल किए गए रिटर्न के मामलों में, जानकारी और दस्तावेजों (जैसे फॉर्म 16, फॉर्म 26AS, AIS) का मिलान और वेरिफिकेशन शुरूआती दौर में ही हो जाता है। अगर कोई गलती या विसंगति पाई भी जाती है, तो उसे सुधारने का समय मिल जाता है, जिससे पूरी प्रक्रिया स्मूथ चलती है।

त्वरित भुगतान: आपका रिटर्न जितनी जल्दी प्रोसेस होगा, आपके रिफंड को आपके बैंक खाते में पहुंचने की संभावना भी उतनी ही बढ़ जाएगी। आयकर विभाग आमतौर पर रिटर्न दाखिल करने के कुछ हफ्तों के भीतर ही रिफंड जारी कर देता है, बशर्ते फाइलिंग सही हो।

सही ITR फॉर्म और सटीक जानकारी महत्वपूर्ण
यह भी ज़रूरी है कि आप अपनी आय के स्रोतों के अनुसार सही आयकर रिटर्न फॉर्म (ITR Form) चुनें। सभी आवश्यक दस्तावेजों को ध्यान से देखकर ही फाइलिंग करें। अपनी सभी आय (वेतन, ब्याज, किराया आदि) और निवेशों का सटीक विवरण देना सुनिश्चित करें। किसी भी तरह की छोटी-मोटी गलती भी आपके रिटर्न को अमान्य कर सकती है या रिफंड प्रक्रिया में अनावश्यक देरी कर सकती है।

देरी करने से न उठाएं नुकसान
यदि आप अंतिम तिथि के बहुत करीब अपना ITR फाइल करते हैं, तो आयकर विभाग पर काफी बड़ा बोझ होता है। ऐसी स्थिति में, रिफंड प्रक्रिया में कई हफ़्तों या महीनों की देरी होना आम बात है।

इसलिए, यदि आप इस वर्ष टैक्स रिफंड पाने की उम्मीद कर रहे हैं, तो जल्दी ही अपने आयकर रिटर्न दाखिल करने की योजना बनाएं। इससे न केवल आपको समय पर अपना पैसा वापस मिलेगा, बल्कि आप टैक्स अनुपालन की चिंताओं से भी मुक्त हो जाएंगे।

 

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