पाकिस्तान का तो कोई पड़ोसी देश नहीं है, अब अफगानिस्तान भी नहीं बचा है. अफगानिस्तान के तालिबान शासकों के साथ पाकिस्तान के रिश्ते इस हद तक खराब हो गए हैं कि दोनों पक्ष हथियार उठाकर एक-दूसरे को जवाब दे रहे हैं।
पिछले 24 घंटों से सीमा पर पाकिस्तानी सेना और तालिबान लड़ाकों के बीच भीषण गोलीबारी जारी है और दोनों पक्षों के हताहत होने की आशंका है. पाकिस्तानी सेना ने भी गोलीबारी की रिपोर्ट की पुष्टि की है लेकिन इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है हताहतों की संख्या.
पाकिस्तान की ओर से सीमा पर बनाई जा रही बाड़ और अन्य परियोजनाओं से तालिबान के शासक बौखला गए हैं, जिसके चलते सीमा पर गोलीबारी शुरू हो गई है.
अफगानिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा सीमा पर फायरिंग हो रही है और दोनों पक्षों के हताहत होने की आशंका है. फिलहाल दोनों देशों के अधिकारी आपस में बातचीत कर रहे हैं, लेकिन सीमा पर तनाव बरकरार है.
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच की सीमा को डूरंड रेखा के नाम से जाना जाता है, लेकिन तालिबान के शासक पहले दिन से ही इस सीमा को मानने के लिए तैयार नहीं हैं और तालिबान का कहना है कि यह एक काल्पनिक सीमा है। इस वजह से अफगानिस्तान के कई परिवार सीमा के दोनों तरफ बंटवारा हो चुका है. ऐसा दावा किया जा रहा है. जिसके चलते 2021 के बाद से दोनों पार्टियों के बीच कई बार मनमुटाव हो चुका है.
पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान में पनाह लिए आतंकी खुली सीमा का फायदा उठाकर पाकिस्तान में घुसते हैं और हमला कर भाग जाते हैं. इस वजह से सीमा पर बाड़ लगाना जरूरी हो गया है.