शरद पवार द्वारा महाराष्ट्र चुनाव से पहले 160 सीटों के प्रस्ताव के दावे पर फडणवीस की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर राष्ट्रीय जनता पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार द्वारा किए गए एक सनसनीखेज दावे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने करारा जवाब दिया है। पवार ने दावा किया था कि चुनाव से पहले दिल्ली में दो अज्ञात व्यक्तियों ने उनसे संपर्क किया था और उन्हें आश्वासन दिया था कि वे महाविकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन को महाराष्ट्र की 288 सीटों में से 160 सीटें जिताने में सहायता करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने इन दोनों व्यक्तियों को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिलवाया, लेकिन दोनों नेताओं ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया क्योंकि यह उनका तरीका नहीं था।
इसके जवाब में, देवेंद्र फडणवीस ने इस दावे का मजाक उड़ाते हुए पूछा कि पवार ने यह जानकारी अभी क्यों सार्वजनिक की जब चुनाव खत्म हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के दावे और विवाद “सलिम-जावेद” की फिल्मों की तरह ड्रामा हैं। फडणवीस ने चुनाव आयोग पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा लगाए गए वोट चोरी के आरोपों की भी आलोचना की और कहा कि चुनाव भारत में सबसे पारदर्शी और मुक्त तरीके से होते हैं।
फडणवीस ने यह भी कहा कि विपक्ष का सहारा झूठ बोलना और आरोप लगाकर बच निकलना है। उन्होंने पवार और दूसरे नेताओं से अनुरोध किया कि वे हार स्वीकार करें और जनता के फैसले का सम्मान करें।
पवार ने इस पूरे मामले में कहा कि वे इस प्रस्ताव को गंभीरता से नहीं लिया और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर संदेह नहीं किया। उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों से चुनाव के दौरान अक्सर संपर्क होता है, लेकिन वह और राहुल गांधी दोनों इसे नजरअंदाज करने पर आमादा थे क्योंकि उनका मानना था कि वे जनता के सामने जाकर जीत हासिल करें।
यह विवाद 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के समय के पूर्व संदर्भ में आया है, जब विधानसभा की 288 सीटों के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्ष के बीच कड़ी टक्कर थी। पवार का दावा और उसके बाद फडणवीस की प्रतिक्रिया ने राजनीति में नए घमासान को जन्म दिया है।
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