पड़ोस में रातों-रात बंद हुआ Facebook, WhatsApp और X, मचा हड़कंप
हम और आप अपनी सुबह की शुरुआत अक्सर व्हाट्सएप के 'गुड मॉर्निंग' मैसेज या फेसबुक की नई पोस्ट के साथ करते हैं। ये ऐप्स अब हमारी ज़िंदगी का एक ऐसा हिस्सा बन चुके हैं, जिनके बिना एक दिन भी गुजारना मुश्किल लगता है। लेकिन सोचिए अगर एक सुबह आप उठें और आपके फोन से ये तीनों ऐप्स हमेशा के लिए गायब हो जाएं?
पड़ोसी देश नेपाल में कुछ ऐसा ही हुआ है। वहाँ की सरकार ने एक बड़ा और कड़ा फैसला लेते हुए देश में फेसबुक (Facebook), व्हाट्सएप (WhatsApp) और एक्स (X, पुराना नाम ट्विटर) जैसे सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है।
आखिर क्यों उठाया गया यह बड़ा कदम?
नेपाल सरकार का कहना है कि यह फैसला देश में "सामाजिक सौहार्द" बनाए रखने और झूठी खबरों (फेक न्यूज़) के फैलाव को रोकने के लिए लिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, इन प्लेटफॉर्म्स पर पिछले कुछ समय से नफरत फैलाने वाले और समाज को तोड़ने वाले पोस्ट की बाढ़ आ गई थी, जिससे देश के माहौल पर बुरा असर पड़ रहा था।
जब इन कंपनियों ने सरकार के नियमों को मानने में आनाकानी की, तो सरकार ने इन पर पूरी तरह से बैन लगाने का यह कठोर कदम उठा लिया।
आम आदमी पर क्या होगा असर?
इस एक फैसले ने नेपाल के करोड़ों आम लोगों की ज़िंदगी पर सीधा असर डाला है:
- व्यापार पर पड़ेगी मार: छोटे-छोटे व्यापारी जो फेसबुक और इंस्टाग्राम के जरिए अपना सामान बेचकर रोजी-रोटी कमाते थे, उनका काम-धंधा एक झटके में ठप हो गया है।
- सूचना का एक बड़ा ज़रिया बंद: ये प्लेटफॉर्म्स सिर्फ मनोरंजन ही नहीं, बल्कि खबरों और सूचनाओं के भी बड़े स्रोत थे, जो अब बंद हो गए हैं।
दुनिया भर में छिड़ी नई बहस
नेपाल सरकार के इस कदम ने दुनिया भर में एक नई बहस छेड़ दी है। एक तरफ देश की सुरक्षा और सामाजिक एकता का सवाल है, तो दूसरी तरफ करोड़ों लोगों की 'अभिव्यक्ति की आजादी' (Freedom of Speech) का।
यह फैसला हमें यह सोचने पर भी मजबूर करता है कि सोशल मीडिया हमारी ज़िंदगी पर कितना हावी हो चुका है। अब देखना यह है कि नेपाल में यह 'डिजिटल सन्नाटा' कब तक कायम रहता है, और इसका वहाँ के समाज पर क्या असर पड़ता है।
--Advertisement--