England Cricket : मैदान के नाटक से नहीं दमदार क्रिकेट से बनेगी पहचान इंग्लैंड को लेजेंड का सीधा संदेश
News India Live, Digital Desk: इंग्लैंड की 'बैज़बॉल' रणनीति और हालिया टेस्ट मैचों में उनके प्रदर्शन पर बहस एक बार फिर तेज़ हो गई है। मैनचेस्टर में हुए टेस्ट के दौरान हैरी ब्रुक की एक बेहद धीमी गेंद पर विकेट न मिलने के बाद हुई घटना और इंग्लैंड के खेमे से निकली प्रतिक्रियाओं पर अब ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने तीखा हमला बोला है।
मैक्सवेल ने इस पूरे वाकये को एक "फार्स" यानी मज़ाक या दिखावा करार दिया है। उनका साफ कहना है कि क्रिकेट प्रशंसक मैदान पर दिखाए गए 'ब्रिलिएंट शतकों' को याद रखेंगे, न कि हैरी ब्रुक की उस 37 मील प्रति घंटे (करीब 59 किमी प्रति घंटा) की बेहद अजीब गेंद को जिस पर स्टोनमैन का विवादास्पद कैच लिया गया था और इंग्लैंड को उसका विकेट नहीं मिला था। उनके मुताबिक, इस तरह की घटनाएं क्रिकेट की वास्तविक खूबसूरती को धूमिल करती हैं।
यह सारा विवाद तब शुरू हुआ जब मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान हैरी ब्रुक की गेंद को umpire ने 'नो-बॉल' करार दिया क्योंकि वह धीमी थी और बल्लेबाज़ को खेलने में परेशानी हुई। इसके बाद, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और उनकी टीम ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मैदान पर विरोध जताया। स्टोक्स ने मैच के बाद भी अपनी टीम का बचाव करते हुए कहा कि उनके खिलाड़ी पूरी तरह से अपनी सीमा में थे।
ग्लेन मैक्सवेल ने अपने बयान से साफ कर दिया है कि वह ऐसी बातों को महत्व नहीं देते। उनके लिए क्रिकेट में वह बेहतरीन खेल मायने रखता है, जैसे बल्लेबाजों द्वारा बनाए गए शानदार शतक और गेंदबाजों द्वारा ली गई कलात्मक विकेटें। वह मानते हैं कि क्रिकेट के मूल तत्व और रोमांच को इस तरह की छोटी-मोटी और विवादास्पद घटनाओं से ऊपर रखना चाहिए। उनका संदेश स्पष्ट है कि ध्यान क्रिकेट के वास्तविक प्रदर्शन और उसकी भावना पर होना चाहिए, न कि उन ड्रामों पर जो अक्सर मैच के बाद मीडिया में चर्चा का विषय बन जाते हैं।
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