End of a horrific kidnapping incident in Ranchi: हाई स्पीड चेज़ के बाद सड़क पर मिली स्कूली छात्रा, पुलिस की गोली लगते ही बदल गया इरादा

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News India Live, Digital Desk: झारखंड की राजधानी रांची से अपहृत की गई एक स्कूली छात्रा को पुलिस ने रामगढ़ जिले के कुजू थाना क्षेत्र से आज नाटकीय ढंग से सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस के खौफ और लगातार पीछा किए जाने के डर से अपराधी छात्रा को चलती कार से सड़क पर फेंक कर फरार हो गए. पुलिस की टीमें अब भी फरार अपराधियों का पीछा कर रही हैं और उनकी धर-पकड़ के लिए अभियान चला रही हैं. रांची के एसएसपी/डीआईजी चंदन कुमार सिन्हा ने छात्रा की सुरक्षित बरामदगी की पुष्टि की है.

गोलियां चलाने वाले थे, पर एक पल में बदल गया फैसला
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम अपहरणकर्ताओं का लगातार पीछा कर रही थी. एक वक्त ऐसा आया जब पुलिस अपराधियों पर गोली चलाने ही वाली थी, लेकिन कार की पिछली सीट पर छात्रा को बंधक बने हुए देखकर पुलिस ने अपने इरादे बदल दिए. इसके बाद उन्होंने गोलियां नहीं चलाईं और केवल अपराधियों की कार का तेज़ गति से पीछा करना जारी रखा, जिससे छात्रा की जान को कोई खतरा न हो. इसी पुलिस के दबाव के कारण बदमाशों ने किडनैप की हुई लड़की को अपनी तेज़ रफ्तार कार से बाहर फेंक दिया और भाग निकले.

मांडू थाना प्रभारी सदानंद की बहादुरी आई सामने
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लड़की की बरामदगी में रामगढ़ जिले के मांडू थाना प्रभारी सदानंद की अदम्य बहादुरी और सूझबूझ की अहम भूमिका रही. रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि रांची पुलिस से उन्हें लड़की के अपहरण की सूचना मिली थी, जिसके बाद रामगढ़ पुलिस अलर्ट हो गई थी. रामगढ़ पुलिस ने तुरंत पूरी ज़िले की सड़कों पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी थी.

इसी दौरान, मांडू और कुजू के बीच एक कार बेहद तेज़ गति से, लगभग 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भागती हुई दिखाई दी. यह देखते ही मांडू थाना प्रभारी सदानंद ने अपनी टीम के साथ उसका पीछा करना शुरू कर दिया. पुलिस को पीछे आते देख अपराधियों ने कार की रफ्तार और बढ़ा दी.

टक्कर मारी, फिर भी अपराधी भागे
पीछा करते हुए यह तेज़ रफ्तार कार एक भीड़भाड़ वाले इलाके में पहुंच गई. इस दौरान पुलिस ने अपनी गाड़ी से अपराधियों की कार में टक्कर भी मारी, लेकिन अपराधी फिर भी नहीं रुके और लगातार भागते रहे.

थाना प्रभारी सदानंद ने अपनी पिस्तौल निकाल कर अपराधियों पर निशाना साधा. ठीक उसी समय उनकी नजर कार की पिछली सीट पर पड़ी, जहां छात्रा अपराधियों के चंगुल में बंधी हुई थी. यह देखते ही थाना प्रभारी ने छात्रा को गोली लगने के डर से फायर नहीं किया. हालांकि, पुलिस टीम की पिस्तौल और लगातार बढ़ते खौफ के कारण अपराधियों ने चलती कार से छात्रा को कुजू में एक बैंक के पास सड़क पर फेंक दिया.

एसपी अजय कुमार ने बताया है कि छात्रा बिल्कुल सुरक्षित है और उसे किसी भी प्रकार की चोट नहीं आई है. उन्होंने पुष्टि की कि पुलिस टीमें अपराधियों का लगातार पीछा कर रही हैं और हजारीबाग पुलिस भी इसमें पूरा सहयोग कर रही है. एसपी ने विश्वास जताया है कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. यह ऑपरेशन अपहरणकर्ताओं को पकड़ने तक जारी रहेगा.

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