Effect of monsoon withdrawal: झारखंड में गरज के साथ मूसलाधार बारिश की संभावना, रहें सतर्क
- by Archana
- 2025-08-07 15:19:00
News India Live, Digital Desk: Effect of monsoon withdrawal: झारखंड में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है और राज्य के विभिन्न जिलों में जोरदार बारिश का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र से राज्य के सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। अगले दो-तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है, जिसके मद्देनजर लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान मौसमी परिस्थितियाँ राज्य में मजबूत दक्षिण-पूर्वी हवाओं के प्रभाव के कारण बन रही हैं, जो बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त नमी ला रही हैं। इसके परिणामस्वरूप, रांची, बोकारो, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, और पश्चिम सिंहभूम सहित झारखंड के लगभग सभी हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने का अनुमान है। विशेष रूप से 28 से 30 अगस्त के बीच कई इलाकों में भारी बारिश और कुछ जगहों पर बहुत भारी बारिश की संभावना है। वज्रपात के खतरों के प्रति भी चेतावनी जारी की गई है, क्योंकि मानसून के दौरान बिजली गिरने की घटनाएँ आम हैं, जो जान-माल के लिए खतरनाक हो सकती हैं।
किसानों के लिए भी यह अवधि महत्वपूर्ण है। जहां यह बारिश धान की फसलों के लिए अच्छी मानी जा रही है, वहीं अत्यधिक जल जमाव से अन्य फसलों को नुकसान हो सकता है। शहरों में जलभराव, निचले इलाकों में बाढ़, और सड़कों पर आवाजाही में परेशानी होने की संभावना है। नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने से भी निचले इलाकों में खतरा बढ़ सकता है।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे और बिजली के खंभों से दूर रहें। सुरक्षित भवनों में शरण लेने और वज्रपात की स्थिति में अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। जिला प्रशासन को भी सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। यह येलो अलर्ट दर्शाता है कि अधिकारियों को स्थिति की निगरानी करनी होगी और लोगों को जागरूक करना होगा ताकि किसी भी तरह के बड़े नुकसान से बचा जा सके।
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