राजस्थान की राजनीति में भूचाल ,बेनीवाल ने वसुंधरा-भजनलाल की अंदरूनी जंग पर उठाए बड़े सवाल
News India Live, Digital Desk : राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद भले ही शांति दिख रही हो, लेकिन सियासी जमीन के नीचे हलचल तेज है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो और मुखर नेता हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर अपने तीखे तेवरों से प्रदेश की राजनीति में गर्मी ला दी है। बीकानेर पहुंचे बेनीवाल ने इस बार एक साथ दो निशानों पर तीर चलाए - पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा।
"वसुंधरा जी की वजह से ही बन पाई सरकार"
पार्टी के सदस्यता अभियान कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बेनीवाल ने भाजपा की अंदरूनी सियासत पर जमकर चुटकी ली। उन्होंने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर तंज कसते हुए कहा, "मैडम (वसुंधरा राजे) चाहती हैं कि उन्हें रहने के लिए महल जैसा बड़ा बंगला मिले। वह इसी कोशिश में लगी हैं।" बेनीवाल यहीं नहीं रुके, उन्होंने दावा किया कि भजनलाल शर्मा की सरकार वसुंधरा राजे की 'मेहरबानी' से ही बनी है और यह एक 'मिलीभगत' की सरकार है, जो ज्यादा दिन तक टिकने वाली नहीं है।
भजनलाल सरकार को बताया 'लाचार'
हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने प्रदेश में लगातार हो रहे पेपर लीक की घटनाओं को लेकर सरकार को पूरी तरह से फेल बताया। उन्होंने कहा कि यह सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है और अपराधियों पर नकेल कसने में नाकाम साबित हुई है। बेनीवाल ने कहा कि भजनलाल सरकार हर मोर्चे पर लाचार नजर आ रही है और जनता से किए गए वादे पूरे नहीं कर पा रही है।
कांग्रेस को बताया 'खत्म', RLP को बताया भविष्य
बेनीवाल ने कांग्रेस को प्रदेश की राजनीति में अप्रासंगिक बताते हुए कहा कि अब मुख्य विपक्ष की भूमिका RLP ही निभाएगी। उन्होंने कहा, "कांग्रेस को तो अब भूल ही जाओ, वो कहीं मुकाबले में नहीं है। असली लड़ाई अब RLP और सत्ताधारी बीजेपी के बीच है।"
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि आने वाले पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनावों के लिए अभी से कमर कस लें। बेनीवाल ने ऐलान किया कि 2028 के विधानसभा चुनाव में RLP पूरे दम-खम के साथ उतरेगी और प्रदेश में एक मजबूत विकल्प बनकर उभरेगी।
बेनीवाल के इस दौरे और उनके आक्रामक बयानों ने साफ कर दिया है कि राजस्थान की सियासत में आने वाले दिन काफी दिलचस्प होने वाले हैं, जहां RLP खुद को एक 'तीसरे मोर्चे' के रूप में स्थापित करने की पूरी कोशिश करेगी।
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