जर्मनी में बसने का सपना देख रहे हैं? अब सिर्फ ₹11,500 में पूरा हो सकता है!

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हममें से कितने ही लोगों का यह सपना होता है कि काश यूरोप के किसी खूबसूरत और विकसित देश में रहने और काम करने का मौका मिल जाए। जब भी ऐसे देशों की बात होती है, तो जर्मनी का नाम लिस्ट में सबसे ऊपर होता है। अपनी शानदार टेक्नोलॉजी, खूबसूरत शहर और बेहतरीन लाइफस्टाइल के लिए मशहूर जर्मनी हमेशा से भारतीयों के लिए एक पसंदीदा जगह रहा है।

लेकिन अब तक वहां जाकर बसना यानी परमानेंट रेजिडेंसी (PR) हासिल करना एक लंबा और मुश्किल काम माना जाता था। पर अब नहीं!

जर्मनी की सरकार ने एक ऐसा बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है, जिसने हम भारतीयों के लिए अपने दरवाज़े पूरी तरह से खोल दिए हैं। और कमाल की बात तो यह है कि यह रास्ता न सिर्फ आसान हो गया है, बल्कि बहुत सस्ता भी!

क्या है यह बड़ी खुशखबरी? 5 साल नहीं, अब सिर्फ 3 साल!

जो सबसे बड़ा बदलाव आया है, वह है PR हासिल करने के लिए लगने वाले वक्त में भारी कटौती। पहले, जर्मनी में परमानेंट रेजिडेंसी के लिए अप्लाई करने के लिए आपको वहां कम से कम 5 साल तक काम करना और रहना पड़ता था।

लेकिन अब, इस लंबे इंतज़ार को घटाकर सिर्फ 3 साल कर दिया गया है! जी हाँ, यानी अब आप सिर्फ 3 साल जर्मनी में रहने और काम करने के बाद ही वहां के स्थायी निवासी बनने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

आखिर जर्मनी इतना मेहरबान क्यों हो रहा है?

इसके पीछे एक बहुत बड़ी और सीधी सी वजह है - जर्मनी को आपकी और हमारी ज़रूरत है!
जर्मनी की आबादी तेज़ी से बूढ़ी हो रही है और वहां काम करने वाले हुनरमंद और नौजवान लोगों की شدید कमी हो गई है। अपनी अर्थव्यवस्था को चलाने और तरक्की की रफ़्तार को बनाए रखने के लिए, जर्मनी दुनिया भर से, खासकर भारत जैसे देशों से, टैलेंटेड प्रोफेशनल्स को बुलाने के लिए 'रेड कार्पेट' बिछा रहा है।

तो कौन लोग उठा सकते हैं इस सुनहरे मौके का फायदा?

यह नया कानून खासतौर पर हुनरमंद कामगारों (Skilled Workers) के लिए बनाया गया है। PR हासिल करने की कुछ बुनियादी शर्तें हैं:

  • आप जर्मनी में कम से कम 3 साल से रह रहे हों और आपके पास एक अच्छी नौकरी हो।
  • आपको बुनियादी जर्मन भाषा का ज्ञान हो, ताकि आप वहां लोगों से बातचीत कर सकें।
  • आप आर्थिक रूप से स्थिर हों और सरकार से कोई सामाजिक सुविधा न ले रहे हों।
  • आपका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड न हो।

और खर्चा? सिर्फ ₹11,500!

अब आते हैं सबसे हैरान करने वाली बात पर - इसकी फीस! जहाँ दूसरे देश PR के लिए लाखों रुपये वसूलते हैं, वहीं जर्मनी में परमानेंट रेजिडेंसी के आवेदन की फीस सिर्फ 135 यूरो है, जो भारतीय रुपये में लगभग ₹11,500 होती है।

PR मिलने का मतलब क्या है?
जर्मनी में PR मिलने का मतलब है कि आप वहां के नागरिक जैसे ही अधिकार पा लेते हैं। आप:

  • जर्मनी में कहीं भी रह सकते हैं और कोई भी काम कर सकते हैं।
  • वहां की बेहतरीन सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का फायदा उठा सकते हैं।
  • पूरे यूरोपियन यूनियन में आसानी से सफर कर सकते हैं।
  • अपने परिवार के लिए एक बेहतरीन और सुरक्षित भविष्य बना सकते हैं।

कुल मिलाकर, यह उन सभी टैलेंटेड भारतीयों के लिए ज़िंदगी बदलने वाला मौका है, जो यूरोप में बसने का ख्वाब देखते हैं। अगर आपके पास सही हुनर है, तो जर्मनी आपका स्वागत करने के लिए तैयार है।

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