हवा में तीर न चलाएं JEE Advanced 2026 का सिलेबस और Closing Rank का पूरा गणित यहाँ समझिए

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News India Live, Digital Desk : अगर आपकी निगाहें JEE Advanced 2026 पर टिकी हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए किसी रोडमैप से कम नहीं है। हम सब जानते हैं कि IIT में सीट पाना, और वो भी अपनी मनपसंद ब्रांच (जैसे कंप्यूटर साइंस), माउंट एवरेस्ट चढ़ने जैसा है। लेकिन अगर सही रणनीति हो, तो एवरेस्ट भी फतह किया जा सकता है।

आज हम बात करेंगे उस हकीकत की, जिसे जाने बिना तैयारी शुरू करना अंधेरे में तीर चलाने जैसा है। चलिए, डिकोड करते हैं सिलेबस और रैंक का खेल।

सिलेबस: क्या पढ़ें और क्या छोड़ें?

जेईई एडवांस्ड का सिलेबस महासागर है, लेकिन आपको सिर्फ मोती चुनने हैं। IIT गुवाहाटी (या जो भी उस साल कंडक्ट करे) आमतौर पर सिलेबस में बड़े बदलाव नहीं करती, लेकिन आपको 'लेटेस्ट पैटर्न' पर नजर रखनी चाहिए।

  • Physics (भौतिकी): यहाँ सिर्फ रट्टा मारने से काम नहीं चलेगा। मैकेनिक्स (Mechanics) और इलेक्ट्रोमैग्नेटिज्म की नब्ज पकड़नी होगी।
  • Chemistry (रसायन): इनऑर्गेनिक में NCERT को धर्मग्रंथ मान लीजिये और फिजिकल केमिस्ट्री में प्रैक्टिस ही सबकुछ है।
  • Maths (गणित): कैलकुलस और वेक्टर-3D वो हिस्से हैं जो आपको अच्छी रैंक दिला सकते हैं।

सिलेबस का पीडीएफ आधिकारिक वेबसाइट से जरूर डाउनलोड कर लें और एक प्रिंटआउट अपनी स्टडी टेबल के सामने चिपका लें।

CSE का क्रेज और रैंक की मारामारी

हर छात्र का सपना होता है—IIT Bombay से Computer Science (CSE) करना। लेकिन हकीकत यह है कि यहाँ जनरल कैटेगरी की सीटें लगभग Top 60-70 रैंक पर ही बंद हो जाती हैं। जी हाँ, पूरे भारत में टॉप 100 में आना पड़ता है।

  • IIT Delhi: यहाँ भी कम्प्यूटर साइंस की क्लोजिंग रैंक अक्सर 115-120 के आसपास सिमट जाती है।
  • IIT Madras & Kanpur: अगर आपकी रैंक 250 के अंदर है, तो उम्मीद बनी रहती है।

याद रखिये, Opening और Closing Rank हर साल बच्चों के परफॉरमेंस और पेपर के टफनेस (Toughness) पर बदलती रहती है, लेकिन टॉप IITs के लिए कम्पीटीशन कभी कम नहीं होता।

Cutoff Marks: पास होना काफी नहीं

सिर्फ कटऑफ पार करने से आपको IIT में एडमिशन नहीं मिलता, वो तो बस आपको काउंसलिंग के लिए योग्य (Eligible) बनाता है।
एडमिशन के लिए आपको Aggregate Marks के साथ-साथ हर विषय (Subject-wise) में भी मिनिमम नंबर लाने होते हैं। कई बार ऐसा होता है कि कुल नंबर बहुत अच्छे हैं, लेकिन मैथ्स या फिजिक्स में 1 नंबर कम रह गया, और IIT हाथ से निकल गया।

अब आगे क्या करें?

दोस्तों, 2026 अभी दूर लग सकता है, लेकिन समय पंख लगाकर उड़ता है। अपनी तैयारी को टॉपिक-वाइज बांटिये। पिछले 10 साल के 'Previous Year Questions' (PYQs) को अपनी गीता बना लीजिये। और हाँ, सिर्फ पढ़ाई नहीं, 'स्मार्ट पढ़ाई' कीजिये। यह देखिये कि किस चैप्टर से सवाल ज्यादा आते हैं और किसका 'वेटेज' (Weightage) कम है।

मंज़िल मुश्किल है, लेकिन नामुमकिन नहीं। बस एक सही लक्ष्य (Rank) अपने दिमाग में सेट कर लीजिये और जुट जाइये।

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