क्या आप जानते हैं, आम के पत्ते सिर्फ छांव ही नहीं देते, बल्कि कई बीमारियों का अचूक इलाज भी हैं
News India Live, Digital Desk: आम का फल तो सबका पसंदीदा है, पर क्या आपने कभी इसके पत्तों के गुणों पर गौर किया है? जी नहीं? तो चलिए, आज हम आपको बताते हैं कि कैसे आम के ये हरे-भरे पत्ते कई आम और गंभीर बीमारियों के लिए रामबाण साबित हो सकते हैं।
आम के पत्तों का काढ़ा: कई बीमारियों का एक देसी नुस्खा
आम के पत्तों को सिर्फ पूजा-पाठ या सजावट के लिए इस्तेमाल करना अब पुराने ज़माने की बात हो गई है। आज के दौर में, जब लोग महंगी दवाओं और जटिल इलाजों पर निर्भर हो रहे हैं, तब कुदरत के ऐसे छोटे-छोटे खजाने हमारी सेहत के लिए अनमोल साबित होते हैं। आम के पत्तों का काढ़ा इन्हीं में से एक है, जो कई तरह की बीमारियों में गजब का फायदा दिखाता है।
किस-किस बीमारी में है यह कारगर?
- डायबिटीज (शुगर): जी हां, आपने सही सुना! आम के पत्तों में मैंगिफेरिन नामक खास तत्व पाया जाता है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में कमाल का काम करता है। रोज सुबह खाली पेट आम के पत्तों का काढ़ा पीने से डायबिटीज को नियंत्रित रखने में काफी मदद मिलती है।
- हाई ब्लड प्रेशर: अगर आपको हाई बीपी की शिकायत है, तो आम के पत्तों का काढ़ा आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं। यह रक्त वाहिकाओं को मजबूत करके ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है।
- अस्थमा और सांस की समस्या: सर्दी, खांसी, जुकाम, ब्रोंकाइटिस या अस्थमा जैसी सांस से जुड़ी तकलीफों में आम के पत्तों का काढ़ा राहत पहुंचा सकता है। इसे उबालकर इसकी भाप लेने से भी आराम मिलता है।
- पेट की समस्याएं: पेट दर्द, कब्ज, अपच या खट्टी डकारों से परेशान हैं? आम के पत्तों का काढ़ा आपके पाचन तंत्र को सुधारने और पेट को साफ रखने में मदद कर सकता है।
- गुर्दे की पथरी: अगर आप गुर्दे की पथरी से परेशान हैं, तो आम के पत्तों का पाउडर या रात भर पानी में भिगोए हुए पत्तों का पानी पीने से फायदा हो सकता है। यह शरीर से पथरी को बाहर निकालने में मदद करता है।
- सूजन कम करने में: आम के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो शरीर की सूजन को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
आम के पत्तों का काढ़ा कैसे बनाएं?
इसे बनाना बेहद आसान है:
- लगभग 10-15 ताज़े आम के पत्ते लें।
- इन्हें अच्छे से धो लें।
- एक बर्तन में 1-2 गिलास पानी डालकर पत्तों के साथ उबालें।
- पानी को हल्का गुनगुना रहने तक ठंडा होने दें।
- आप चाहें तो इसमें थोड़ा शहद या नींबू का रस मिला सकते हैं।
- इस काढ़े को सुबह खाली पेट पिएं।
जरूरी बात:
यह सभी उपाय प्राकृतिक हैं, लेकिन किसी भी नई चीज़ को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले, खासकर अगर आपको कोई गंभीर बीमारी है या आप कोई दवा ले रहे हैं, तो अपने डॉक्टर या किसी वैद्य से सलाह ज़रूर लें।
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