व्यस्त जीवनशैली और अस्वास्थ्यकर खान-पान के कारण बहुत से लोगों को पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें से कब्ज एक आम समस्या है। पुरानी अम्लता और सूजन कब्ज में योगदान कर सकती है, और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सुझाव है कि शारीरिक गतिविधि की कमी भी एक कारक हो सकती है। हालाँकि, लगातार कब्ज रहने से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
हालाँकि कब्ज से निपटने के लिए कई दवाएँ उपलब्ध हैं, लेकिन कुछ घरेलू उपचार अपनाने से भी राहत मिल सकती है। आइए कुछ घरेलू उपचारों पर नजर डालें जो आपकी कब्ज की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबे समय से चली आ रही समस्याओं से पीड़ित हैं।
सैलियम भूसी:
फाइबर से भरपूर होने के कारण साइलियम भूसी कब्ज से राहत दिलाने में कारगर है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम कर सकते हैं।
बेहतर परिणाम के लिए इसका सेवन दही के साथ या नींबू पानी में मिलाकर किया जा सकता है।
काली किशमिश और आलूबुखारा:
काली किशमिश और आलूबुखारा दोनों ही फाइबर से भरपूर होते हैं और कब्ज के लक्षणों को कम करने की दिशा में काम करते हैं।
ये प्राकृतिक जुलाब के रूप में कार्य करते हैं, जिससे पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है। इन्हें पेट दर्द, एसिडिटी और अपच को कम करने के लिए भी जाना जाता है।
अजमोदा:
अजवाइन का उपयोग भारतीय रसोई में लंबे समय से किया जाता रहा है और यह कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
अजवाइन में मौजूद थाइमोल दर्द, गैस और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। प्रभावी परिणामों के लिए इसका सेवन गर्म पानी के साथ किया जा सकता है।
प्रोबायोटिक्स:
अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए प्रोबायोटिक्स आवश्यक हैं। वे आंत में लाभकारी बैक्टीरिया की उपस्थिति को बढ़ाकर, कब्ज को कम करके काम करते हैं।
प्रोबायोटिक्स के नियमित सेवन से आंत के बैक्टीरिया को संतुलित करने में मदद मिलती है, जिससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।