Direct Message from CM Yogi : बरेली हिंसा पर सख्त एक्शन, मौलाना तौकीर जेल गए, शहर में इंटरनेट पर लगा ब्रेक

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News India Live, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के बरेली में हाल ही में हुए दंगों के बाद प्रशासन ने कड़ा एक्शन लेते हुए मौलाना तौकीर रज़ा खां को गिरफ्तार कर लिया है. इस घटना के बाद जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है. यह कदम दिखाता है कि सरकार ऐसी किसी भी स्थिति से सख्ती से निपटने को तैयार है जो अमन-चैन भंग करने की कोशिश करती है.

दरअसल, जुमे की नमाज के बाद मौलाना तौकीर रजा के एक आह्वान पर 'आई लव मोहम्मद' अभियान के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे. चूंकि मौलाना खुद मौके पर मौजूद नहीं थे, तो भीड़ बेकाबू हो गई और उसने हिंसा का रूप ले लिया. शहर के खलील स्कूल तिराहा, नावल्टी चौराहा और श्यामगंज जैसे इलाकों में तोड़फोड़, वाहनों को नुकसान पहुंचाने और पुलिस पर पथराव जैसी घटनाएँ हुईं, जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस और लाठीचार्ज का इस्तेमाल करना पड़ा.

इस हिंसा में लगभग 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. अधिकारियों का कहना है कि यह सब एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है और उपद्रवियों की पहचान के लिए वीडियो और तस्वीरों की जांच की जा रही है. बरेली पुलिस ने हिंसा के मामले में कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया है और 10 प्राथमिकियां (FIR) दर्ज की हैं, जिनमें मौलाना तौकीर रजा को मुख्य आरोपी बनाया गया है. उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. एसएसपी अनुराग आर्या के मुताबिक, इस हिंसा की साजिश पिछले 7 दिनों से चल रही थी और इसमें बाहरी लोग भी शामिल थे. घटनास्थल से चाकू, तमंचे, ब्लेड और पेट्रोल की बोतलें भी बरामद हुई हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि 'एक मौलाना भूल गया था कि शासन किसका है' और 'न जाम होगा, न कर्फ्यू लगेगा'. यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब पूरे राज्य में प्रशासन त्योहारों को लेकर खास तौर पर अलर्ट पर है. प्रशासन की कोशिश है कि शहर में जल्द से जल्द शांति व्यवस्था बहाल हो सके.

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