डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी भारत में तेजी से फैल रही है। पहले यह बीमारी 40-45 साल की उम्र के बाद आमतौर पर देखी जाती थी, लेकिन अब यह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही है। बिगड़ती जीवनशैली और असंतुलित खानपान इस समस्या के प्रमुख कारण हैं। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि अधिकतर लोग डायबिटीज के लक्षणों को समय रहते पहचान नहीं पाते, जिससे इलाज में देरी होती है।
डायबिटीज से बचने या इसे नियंत्रित करने के लिए इसके लक्षणों को समझना और समय पर जांच कराना बेहद जरूरी है। यहां हम आपको बताएंगे कि डायबिटीज के लक्षण महसूस होने पर किन टेस्ट्स को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
डायबिटीज क्या है?
डायबिटीज तब होता है जब पैंक्रियाज (अग्न्याशय) इंसुलिन का उत्पादन कम कर देता है या शरीर इसे ठीक से उपयोग नहीं कर पाता। इसके परिणामस्वरूप ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
डायबिटीज की पहचान के लिए जरूरी टेस्ट
1. फास्टिंग प्लाज्मा ग्लूकोज टेस्ट (FPG)
- क्या है:
- यह टेस्ट खाली पेट किया जाता है।
- रातभर 8 घंटे का उपवास रखने के बाद खून का सैंपल लिया जाता है।
- क्यों जरूरी:
- यह सबसे सामान्य टेस्ट है, जिससे ब्लड शुगर लेवल का पता चलता है।
- अगर फास्टिंग शुगर 126 mg/dL या उससे अधिक है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।
2. HbA1c टेस्ट
- क्या है:
- यह पिछले तीन महीनों के ब्लड शुगर लेवल की जानकारी देता है।
- डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए यह एक नियमित जांच है।
- महत्व:
- यह टेस्ट शरीर में शुगर कंट्रोल की दीर्घकालिक स्थिति का संकेत देता है।
- HbA1c का स्तर 6.5% या इससे अधिक डायबिटीज को दर्शाता है।
3. रैंडम प्लाज्मा ग्लूकोज टेस्ट (RPG)
- क्या है:
- इसे इमरजेंसी शुगर टेस्ट भी कहा जाता है।
- इस टेस्ट के लिए भूखे रहने की जरूरत नहीं होती।
- कब करवाएं:
- अगर अचानक डायबिटीज के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो यह टेस्ट मददगार हो सकता है।
- 200 mg/dL या उससे अधिक रीडिंग डायबिटीज का संकेत हो सकती है।
4. पोस्टप्रैन्डियल ब्लड शुगर टेस्ट
- क्या है:
- यह टेस्ट भोजन के दो घंटे बाद किया जाता है।
- भोजन के बाद शरीर में ग्लूकोज का स्तर सबसे अधिक होता है।
- महत्व:
- यह टेस्ट भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल की जांच के लिए उपयोगी है।
- अगर शुगर लेवल 200 mg/dL या उससे अधिक है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।
डायबिटीज के लक्षणों पर ध्यान दें
डायबिटीज की पहचान के लिए लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है।
- अत्यधिक प्यास लगना।
- बार-बार पेशाब आना।
- वजन में अचानक कमी।
- थकावट और कमजोरी महसूस होना।
- धुंधली दृष्टि।