दिल्ली का दम घुटा! AQI 692 पहुंचा, सांस लेना मतलब मौत को बुलावा! GRAP-3 भी बेअसर, जानें आपके इलाके का हाल
देश की राजधानी दिल्ली का आसमान एक बार फिर जहरीले धुएं से भर गया है, और हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि यहां सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। बुधवार की सुबह दिल्ली की हवा की गुणवत्ता 692 के अब तक के सबसे खतरनाक स्तर पर पहुंच गई, जो 'घातक' श्रेणी में आती है। नवंबर की हल्की ठंड के साथ हवा में घुला यह जहर लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए मंगलवार को लागू किया गया ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान का तीसरा चरण, यानी GRAP-3 भी पूरी तरह से बेअसर साबित हुआ है।
GRAP-3 लागू, फिर भी हवा जहरीली
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए मंगलवार को ही दिल्ली में GRAP-3 लागू कर दिया गया था। इसके तहत दिल्ली में सभी तरह के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई और डीजल ट्रकों के साथ-साथ BS-3 और BS-4 गाड़ियों के चलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया। लेकिन इन सख्त पाबंदियों के बावजूद, प्रदूषण कम होने के बजाय और भी बढ़ गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, हवा में PM2.5 (अति सूक्ष्म कण) का स्तर 539 और PM10 (सूक्ष्म कण) का स्तर 722 तक पहुंच गया है, जो सीधे फेफड़ों पर हमला करते हैं और गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। दिल्ली के आनंद विहार (412), अलीपुर (415) और बवाना (436) जैसे इलाके पहले से ही खतरनाक स्थिति में थे, लेकिन अब पूरी राजधानी ही एक 'गैस चैंबर' बन चुकी है।
आपके आसपास हवा कितनी जहरीली?
- दिल्ली: 692 (घातक)
- नोएडा: 281 (खराब)
- गाजियाबाद: 331 (बहुत खराब)
- गुरुग्राम: 276 (खराब)
- ग्रेटर नोएडा: 333 (बहुत खराब)
क्यों नहीं मिल रही राहत? मौसम है विलेन
मौसम विभाग के अनुसार, हवा की धीमी गति इस जहर को और बढ़ा रही है। हवा की रफ्तार लगभग 5 किमी/घंटा है, जिससे प्रदूषण के कण एक ही जगह पर जम गए हैं और फैल नहीं पा रहे हैं। आने वाले एक हफ्ते तक बारिश की भी कोई संभावना नहीं है। इसका मतलब है कि अगले 3-4 दिनों तक दिल्लीवासियों को इस जानलेवा हवा से कोई बड़ी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
राजधानी में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, जिससे सुबह-शाम ठंडक के साथ जहरीला कोहरा छाया रहता है।
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