दिल्ली-एनसीआर बना 'गैस चेंबर': ग्रेटर नोएडा-नोएडा की हवा हुई जहरीली (AQI 400 के पार), सरकार का बड़ा आदेश- 50% स्टाफ घर से करेगा काम
सांसों पर संकट:दिल्ली और उसके आसपास रहने वालों के लिए आज, यानी बुधवार की सुबह बहुत भारी रही। घर से बाहर निकलते ही आंखों में जलन और गले में खराश महसूस होने लगी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़े डराने वाले हैं। दिल्ली ही नहीं, बल्कि एनसीआर के शहरों की हवा अब 'गंभीर' (Severe) से बढ़कर 'खतरनाक' (Hazardous) श्रेणी में पहुंच गई है।
सिर्फ बीमार लोग ही नहीं, स्वस्थ इंसान के लिए भी ऐसी हवा में सांस लेना 20-30 सिगरेट पीने जैसा है। हालत इतनी खराब है कि प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़े हैं और प्राइवेट नौकरी वालों के लिए बड़ा फरमान जारी कर दिया गया है।
नोएडा वालों, जरा संभलकर! (400 के पार पहुंचा मीटर)
प्रदूषण के मामले में आज ग्रेटर नोएडा और नोएडा सबसे आगे हैं। वहां हवा सांस लेने लायक नहीं बची है।
- ग्रेटर नोएडा: 414 (बेहद खतरनाक)
- नोएडा: 409 (बेहद खतरनाक)
- गाजियाबाद: 395 (खतरनाक)
- दिल्ली: 389 (गंभीर)
इसके अलावा लखनऊ (362), चंडीगढ़ (306) और मेरठ (297) का हाल भी बुरा है। अगर AQI 400 पार कर जाए, तो इसका मतलब है कि यह स्वस्थ लोगों को भी बीमार कर सकता है और बीमारों के लिए जानलेवा हो सकता है।
अब सिर्फ 'सलाह' नहीं, 'आदेश' है: वर्क फ्रॉम होम (WFH)
अभी तक सरकार सिर्फ सलाह देती थी कि "अगर हो सके तो वर्क फ्रॉम होम कर लें", लेकिन आज से नियम बदल गए हैं।
दिल्ली सरकार ने जिलाधिकारियों और पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी प्राइवेट दफ्तरों में 50% वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) अनिवार्य रूप से लागू करवाया जाए। इसका मतलब है कि दफ्तरों को अपने आधे कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देनी ही पड़ेगी ताकि सड़कों पर गाड़ियां कम हों और लोग जहरीली हवा से बचें।
GRAP-3 की सख्ती जारी:
इसके साथ ही GRAP-3 के तहत पाबंदियां लागू हैं और कुछ नियम GRAP-4 वाले भी जोड़े गए हैं।
- पुराने डीजल वाहनों और बीएस-3 पेट्रोल गाड़ियों पर रोक है।
- कंस्ट्रक्शन (निर्माण कार्य) और तोड़फोड़ पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया है।
आप क्या करें? (डॉक्टरों की राय)
यह मौसम लापरवाही का नहीं है। प्रदूषण बोर्ड और हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है:
- मास्क है जरूरी: अगर घर से बाहर निकलना मजबूरी है, तो N95 मास्क लगाकर ही निकलें। साधारण कपड़े का मास्क इस महीन प्रदूषण (PM 2.5) को नहीं रोक सकता।
- बच्चों-बुजुर्गों को अंदर रखें: मॉर्निंग वॉक या पार्क में खेलना अभी बंद कर दें। यह हवा फेफड़ों को भारी नुकसान पहुंचा रही है।
- घर की हवा साफ रखें: अगर संभव हो तो घर में HEPA फ़िल्टर वाले एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें और खिड़कियां-दरवाजे बंद रखें।
अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें, क्योंकि अभी राहत मिलने के आसार कम नजर आ रहे हैं।
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