Dara Singh's Amar Hanuman: भक्ति, समर्पण और 90 के दशक का जादू, क्या सनी देओल बनाएंगे नया कीर्तिमान
News India Live, Digital Desk: रामानंद सागर की ऐतिहासिक 'रामायण' भारतीय टेलीविजन के इतिहास में एक अविस्मरणीय अध्याय है, और इसमें भगवान हनुमान का किरदार निभाने वाले दारा सिंह आज भी करोड़ों दर्शकों के मन में बसते हैं। उनका यह चित्रण केवल एक अभिनय नहीं था, बल्कि भारतीय घरों में भक्ति, शक्ति और समर्पण का साक्षात् प्रतीक बन गया था। दारा सिंह ने इस भूमिका को केवल पर्दे पर नहीं जिया, बल्कि उसे अपने जीवन में भी आत्मसात कर लिया था, जिसकी कहानी बेहद प्रेरणादायक है।
हनुमान के शक्तिशाली और पवित्र रूप को निभाने के लिए दारा सिंह ने असाधारण समर्पण दिखाया था। यह सर्वविदित है कि दारा सिंह मांसाहारी थे, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने 'रामायण' की शूटिंग के दौरान न केवल मांसाहार का त्याग कर दिया, बल्कि उसके बाद जीवनभर कभी मांस नहीं खाया। उन्होंने हनुमान के किरदार के लिए ब्रह्मचर्य और तपस्या का पूरा पालन किया, जो उनके अटूट विश्वास और चरित्र के प्रति गहन सम्मान को दर्शाता है। यह सिर्फ एक प्रोफेशनल कमिटमेंट नहीं था, बल्कि आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा बन गया था।
90 के दशक में जब यह धारावाहिक हर रविवार को प्रसारित होता था, तब सड़कें सूनी हो जाती थीं। लोग टेलीविजन सेटों के सामने कुछ इस कदर तल्लीन हो जाते थे कि वे दारा सिंह को स्क्रीन पर साक्षात हनुमान ही मानते थे। शूटिंग खत्म होने के बाद भी, जब वे वास्तविक जीवन में किसी से मिलते, तो लोग उन्हें देवता का दर्जा देते हुए उनके पैर छूने लगते थे। उनकी सशक्त काया और उनका शांत, दयालु स्वभाव, हनुमान की छवि को जीवंत कर गया, जिससे लोगों के मन में एक अमिट छाप छूट गई।
आज के दौर में जब सनी देओल की हालिया फिल्म 'गदर 2' ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी है और 90 के दशक के उनके सितारे फिर से गर्दिश में आ गए हैं, तब एक सवाल अक्सर पूछा जाता है। क्या सनी देओल अपनी इस शानदार वापसी और बॉक्स ऑफिस सफलता के साथ, दारा सिंह के उस असाधारण और जनमानस में बसे पौराणिक प्रभाव की बराबरी कर पाएंगे, जो उन्होंने हनुमान के रूप में छोड़ी थी? हालांकि सनी देओल भी एक बड़े स्टार हैं और उनकी फिल्में दर्शकों में जोश भरती हैं, लेकिन दारा सिंह ने केवल एक किरदार नहीं निभाया, उन्होंने एक आस्था और एक युग को परिभाषित किया, जिसकी बराबरी कर पाना एक अनूठी चुनौती है। दारा सिंह का हनुमान रूप सिनेमा और भक्ति के इतिहास में हमेशा एक मील का पत्थर रहेगा।
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