Cyber Slavery : धनबाद से कमाने गया था बेटा, म्यांमार के जंगलों में बन गया साइबर ठगों का बंधक
News India Live, Digital Desk: आज हम आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे हैं, जो न सिर्फ आपको दुखी करेगी बल्कि सावधान भी करेगी। हम सब चाहते हैं कि हमारे घर के बच्चे पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी करें, हो सके तो विदेश जाएं। लेकिन कभी-कभी यही 'विदेश जाने का सपना' पूरे परिवार के लिए एक भयानक सपना बन जाता है।
झारखंड की कोयला नगरी धनबाद (Dhanbad) के एक परिवार पर इन दिनों मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनका लाडला बेटा, जो अच्छी नौकरी की तलाश में घर से निकला था, आज हजारों किलोमीटर दूर म्यांमार (Myanmar) में साइबर अपराधियों के चंगुल में फंसा हुआ है।
क्या है पूरा मामला? (The Trap of Fake Jobs)
कहानी वही पुरानी है—'अच्छी नौकरी और मोटी सैलरी' का झांसा। धनबाद का रहने वाला यह युवक किसी एजेंट के माध्यम से आईटी सेक्टर में नौकरी (IT Job) करने के लिए विदेश गया था। उसे लगा था कि वह थाईलैंड या किसी बड़े शहर में काम करेगा। लेकिन वहां पहुंचते ही उसे धोखे से म्यांमार बॉर्डर पर ले जाया गया और साइबर अपराधियों के एक गिरोह (Cyber Crime Gang) के हवाले कर दिया गया।
वहां क्या हो रहा है? (Living Hell)
युवक ने किसी तरह छिपकर अपने घर पर संपर्क किया और जो दास्तां सुनाई, उसे सुनकर किसी का भी कलेजा फट जाए। उसने बताया कि वहां उससे जबरदस्ती साइबर ठगी (Cyber Fraud) करवाई जा रही है। उन्हें दुनिया भर के लोगों, खासकर भारतीयों को ठगने का टारगेट दिया जाता है।
- अगर वो काम करने से मना करता है, तो उसे बेरहमी से पीटा जाता है।
- खाने के लिए ठीक से भोजन नहीं दिया जाता और एक कमरे में बंधक बनाकर रखा गया है।
माँ की करुण पुकार
इधर धनबाद में उसकी बूढ़ी माँ का रो-रोकर बुरा हाल है। वो बार-बार अपने बेटे की फोटो सीने से लगाकर बस एक ही रट लगा रही हैं— "सरकार मेरे बेटे को वापस ला दो।"
परिवार ने भारत सरकार और विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने पीएम मोदी से अपील की है कि उनके बेटे को उन जालिमों के चंगुल से छुड़ाकर वतन वापस लाया जाए।
यह एक चेतावनी है
दोस्तों, यह सिर्फ धनबाद के एक लड़के की कहानी नहीं है। म्यांमार, कंबोडिया और लाओस जैसे देशों में चल रहे इन 'फर्जी कॉल सेंटर्स' में सैकड़ों भारतीय युवा फंसे हुए हैं। एजेंट उन्हें 'डेटा एंट्री' या 'कस्टमर सपोर्ट' का काम बोलकर ले जाते हैं और वहां 'साइबर स्लेवरी' (Cyber Slavery) यानी गुलामी करवाते हैं।
अगर आपके पास या आपके किसी दोस्त के पास विदेश से कोई ऐसा जॉब ऑफर आए जिसकी सैलरी बहुत ज्यादा हो और एजेंट संदिग्ध लगे, तो प्लीज! जाने से पहले सौ बार सोचें। फिलहाल, हम दुआ करते हैं कि धनबाद का यह बेटा जल्द सही-सलामत अपनी माँ के पास लौट आए।
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