Corruption Case : जमीन के बदले नौकरी, लालू, राबड़ी और तेजस्वी पर कोर्ट में आरोप तय, बढ़ेगी मुश्किल

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News India Live, Digital Desk:  Corruption Case : अभी हाल ही में, 'जमीन के बदले नौकरी' घोटाले से जुड़े एक बड़े मामले में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. दिल्ली की एक अदालत ने इन तीनों नेताओं के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत चार्जशीट पर विचार करते हुए औपचारिक रूप से आरोप तय कर दिए हैं. इसका मतलब है कि अब उनके खिलाफ मुकदमा चलेगा.

आपको बता दें कि यह मामला तब का है जब लालू प्रसाद यादव केंद्र में रेल मंत्री थे. आरोप है कि उन्होंने कई लोगों को रेलवे में ग्रुप-डी के पदों पर नौकरी देने के बदले उनसे अपनी जमीनें ले ली थीं या अपने करीबियों के नाम करवा ली थीं. इन जमीनों को बाद में परिवार के सदस्यों या सहयोगियों के नाम पर बेहद कम दाम पर खरीदा गया था. यह पूरा घोटाला मनी लॉन्ड्रिंग यानी अवैध तरीके से पैसों को सफेद करने से जुड़ा है.

अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दाखिल चार्जशीट के आधार पर ये आरोप तय किए हैं. सिर्फ लालू, राबड़ी और तेजस्वी ही नहीं, बल्कि इस मामले में लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती और कुछ अन्य लोग भी आरोपी हैं. जिन अन्य लोगों पर आरोप तय हुए हैं उनमें अमित कत्याल, एचके बंसल, मनोज यादव और पूर्व आईआरसीटीसी (IRCTC) के एमडी पी.के. गोयल के नाम शामिल हैं.

ईडी ने अपनी जांच में पाया है कि 'बेहतर दाम पर बेच देने' के बहाने इन जमीनों को 'बिक्री' या 'हस्तांतरण' कर दिया गया था, लेकिन असल में यह सब नौकरी पाने के बदले हो रहा था. इन आरोपों के बाद अब यह देखना बाकी है कि यह हाई-प्रोफाइल मामला आगे क्या मोड़ लेता है.

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