Controversial Action of Rajasthan police: संदिग्ध लुटेरों को महिला वेशभूषा में करवाया परेड, सिर मुंडवाने का भी आरोप
- by Archana
- 2025-08-04 16:28:00
News India Live, Digital Desk: Controversial Action of Rajasthan police: राजस्थान में हाल ही में हुई एक घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नागौर जिले के मेड़ता शहर में, कथित तौर पर कुछ लुटेरों को पकड़ने के बाद, पुलिस ने उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित करने का तरीका अपनाया। पकड़े गए तीनों आरोपियों के सिर मुंडवाए गए और उन्हें महिलाओं के सलवार-सूट पहनाकर शहर की सड़कों पर परेड कराई गई। यह सब तब हुआ जब ये आरोपी एक बुजुर्ग व्यक्ति को लॉटरी के बहाने 2 लाख रुपये ठगने के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे।
पुलिस के अनुसार, इन आरोपियों ने ठगी के दौरान महिला का वेश धारण किया था और वारदात को अंजाम देने के बाद भी वे उसी वेशभूषा में थे। इसी को आधार बनाकर, पुलिस ने उन्हें बस स्टैंड से कोर्ट तक पैदल ले जाने का निर्णय लिया। इस दौरान, आरोपियों को शर्मिंदा होते हुए और बार-बार यह कहते हुए सुना गया कि "हमसे गलती हो गई है।" स्थानीय लोग और राहगीर इस नजारे के गवाह बने, कई लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी साझा किया।
हालांकि, पुलिस का तर्क है कि यह 'सजा' नहीं, बल्कि "कोर्ट में पेशी" और "वारदात का पुनर्निर्माण" (रीक्रिएशन) का हिस्सा था, जिसे "लॉजिस्टिक कारणों" से पैदल ही पूरा किया गया। लेकिन मानवाधिकार कार्यकर्ता और कानून विशेषज्ञ इस तरह की कार्रवाई को पीड़ित की सुरक्षा से ज़्यादा, आरोपी के मानवाधिकारों का उल्लंघन और त्वरित न्याय की अनुचित भावना को बढ़ावा देने वाला मानते हैं।
उनका कहना है कि अदालत से सजा मिलने से पहले किसी भी व्यक्ति को सार्वजनिक रूप से इस तरह अपमानित करना कानून के दायरे में नहीं आता और यह पुलिस के प्रोटोकॉल का भी उल्लंघन है। यह घटना राजस्थान में पुलिस द्वारा अपराधियों से निपटने के तरीकों पर बहस छेड़ रही है, जहाँ हाल के दिनों में भी ऐसे मामले सामने आए हैं जहाँ अपराधियों को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया है।
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