Clogged Drains : किचन सिंक में बासी दूध बहाने की आदत पड़ सकती है महंगी,कहीं बन न जाए रुकावट और बदबू का कारण

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 News India Live, Digital Desk: Clogged Drains : हमारे घरों में अक्सर ऐसी कई छोटी-छोटी आदतें होती हैं जिन्हें हम बिना सोचे-समझे करते हैं। इन्हीं में से एक है खराब या बासी दूध को सीधे किचन सिंक में बहा देना। हमें लगता है कि यह निपटान का सबसे आसान तरीका है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी यह 'सुविधाजनक' आदत लंबी अवधि में आपकी रसोई और पर्यावरण दोनों के लिए गंभीर समस्याएं खड़ी कर सकती है? यह न सिर्फ़ आपकी नालियों को जाम कर सकती है, बल्कि घर में एक अप्रिय गंध का भी कारण बन सकती है।

तो फिर, खराब या बासी दूध सिंक में क्यों नहीं बहाना चाहिए? दरअसल, दूध में मौजूद वसा, यानी फैट, जब सिंक के ठंडे पाइपों से गुज़रता है या अन्य पदार्थों के संपर्क में आता है, तो वह जमना शुरू हो जाता है। यह जमा हुआ फैट धीरे-धीरे आपकी रसोई की नालियों की दीवारों पर चिपकता जाता है। समय के साथ, यह फैट कठोर हो जाता है और अन्य खाद्य कणों व मलबे को फंसाकर एक मोटी परत बना लेता है, जिससे नालियों में पूरी तरह से रुकावट आ जाती है। यह रुकावट न केवल पानी के प्रवाह को रोकती है, बल्कि पाइपलाइन को भी नुकसान पहुँचा सकती है, जिसके बाद आपको महंगे मरम्मत कार्य कराने पड़ सकते हैं।

सिर्फ रुकावट ही नहीं, यह सड़ा हुआ दूध आपकी रसोई में एक तेज़ और सड़ी हुई बदबू भी पैदा करता है। दूध में लैक्टोज होता है, जो हवा के संपर्क में आने पर और बैक्टीरिया के प्रभाव में टूटता है, जिससे एक तीखी गंध निकलती है। यह गंध केवल नालियों तक सीमित नहीं रहती, बल्कि पूरे किचन में फैल सकती है और घर के माहौल को अप्रिय बना सकती है। इसके अलावा, नालियों में जमा यह बासी दूध बैक्टीरिया और फंगस के लिए एक प्रजनन स्थल बन जाता है, जिससे आपके किचन में कीटों जैसे कॉकरोच और चूहों को आकर्षित कर सकता है, जो स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा है।

तो फिर, बासी दूध का क्या करें? अगर आप बागवानी का शौक रखते हैं या किचन कंपोस्ट बनाते हैं, तो खराब दूध उसमें डालना एक बेहतरीन विकल्प है। यह खाद को पोषण देगा और पौधों के लिए फायदेमंद साबित होगा, क्योंकि दूध में नाइट्रोजन, फास्फोरस और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। हालाँकि, इसे सीधे पौधों में डालने से पहले इसे पानी में हल्का घोल लें ताकि सीधे दूध की अम्लीयता पौधों को नुकसान न पहुंचाए। कुछ लोग इसे अपने पालतू जानवरों को भी देते हैं, लेकिन इस मामले में, हमेशा अपने पशु चिकित्सक से सलाह ज़रूर लें, क्योंकि सभी जानवरों का पेट दूध को सही ढंग से नहीं पचा पाता। यदि ये सब संभव न हो, तो इसे एक सीलबंद बैग में डालकर कूड़ेदान में ही डालें, सीधे नाली में बहाने की बजाय।

इस प्रकार, अपनी इस छोटी सी आदत को बदलकर, आप न केवल अपनी रसोई की नालियों को साफ और अवरुद्ध होने से बचा सकती हैं, बल्कि एक वातावरण के प्रति ज़िम्मेदार नागरिक भी बन सकती हैं। एक स्वच्छ और समस्या-मुक्त रसोई बनाए रखने के लिए, खराब दूध को सही तरीके से निपटाना बहुत महत्वपूर्ण है।

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