Chief Minister Yogi Adityanath's goal: कृषि बनेगी समृद्धि और रोज़गार का स्रोत पलायन होगा कम
News India Live, Digital Desk: Chief Minister Yogi Adityanath's goal: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा है कि अब राज्य में कृषि सिर्फ भोजन पैदा करने का ज़रिया नहीं, बल्कि युवाओं के लिए खुशहाली और रोज़गार का एक बड़ा माध्यम बनेगी। यह बयान उन्होंने उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद UPAARC के स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में दिया, जहाँ उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि कृषि क्षेत्र में मौजूद व्यापक संभावनाओं को पूरी तरह से साकार किया जाना चाहिए ताकि प्रदेश से युवाओं का शहरों की ओर पलायन रोका जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समय है जब हमें कृषि शिक्षा, अनुसंधान और किसानों के बीच सीधा और प्रभावी संवाद स्थापित करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि कृषि क्षेत्र की प्रयोगशालाओं में जो भी नवाचार या शोध हो रहा है, वह सिर्फ फाइलों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि खेत तक पहुँचना चाहिए। किसानों को नई तकनीकों और शोध के नतीजों का सीधा लाभ मिलना चाहिए ताकि उनकी पैदावार और आय दोनों में वृद्धि हो सके।
योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से आधुनिक तकनीक के उपयोग पर बल दिया। उन्होंने बताया कि अब कृषि क्षेत्र में ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), बायोटेक्नोलॉजी और नैनोटेक्नोलॉजी जैसी उन्नत विधियों का अधिकाधिक उपयोग करना होगा। इन तकनीकों की मदद से कृषि कार्य अधिक कुशल, प्रभावी और लाभदायक बनाए जा सकते हैं। उनका मानना था कि इन आधुनिक उपकरणों के प्रयोग से किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की असीमित क्षमता पर भी बात की। मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक राज्य है, लेकिन अभी भी यहां फूड प्रोसेसिंग इकाइयों का पर्याप्त विकास नहीं हो पाया है। उन्होंने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि किसान जब अपनी फसल बेचते हैं, तो उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल पाता क्योंकि प्रसंस्करण का काम ज़्यादा नहीं होता। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मूल्यवर्धन और फूड प्रोसेसिंग पर विशेष ध्यान देना होगा।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से भी आह्वान किया कि वे कृषि को केवल एक परम्परागत पेशा न मानें, बल्कि इसे एक लाभप्रद और सम्मानजनक व्यवसाय के रूप में देखें। उन्होंने कहा कि इसके लिए कृषि से जुड़े शिक्षण संस्थानों को भी अपने पाठ्यक्रमों में सुधार करना होगा, नए कृषि उत्पादकों के विकास पर शोध करना होगा, और छात्रों को आधुनिक कृषि तकनीकों के लिए तैयार करना होगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार इस क्षेत्र के लिए पूरी तरह से समर्पित है और कृषि क्षेत्र को समृद्ध बनाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी, जिससे यूपी के गाँव और किसान सशक्त बन सकें।
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