chest pain to High fever: कहीं आप भी तो नहीं निमोनिया की चपेट में इन गंभीर लक्षणों को कभी न करें नज़रअंदाज़
News India Live, Digital Desk: chest pain to High fever: निमोनिया एक गंभीर फेफड़ों का संक्रमण है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है, लेकिन बच्चों और बुजुर्गों में यह ज़्यादा खतरनाक साबित होता है। इसे हल्के में लेना जानलेवा भी हो सकता है, क्योंकि यह सीधे हमारे श्वसन तंत्र पर हमला करता है। निमोनिया, बैक्टीरिया, वायरस या कवक जैसे रोगाणुओं के कारण हो सकता है, जिससे फेफड़ों में हवा की थैलियां (एल्विओली) सूज जाती हैं और उनमें द्रव या मवाद भर जाता है। इसलिए, इसके लक्षणों को जानना और समय पर डॉक्टर से संपर्क करना बेहद महत्वपूर्ण है।
पहला और सबसे आम लक्षण है तेज बुखार का आना। निमोनिया में अक्सर शरीर का तापमान तेजी से बढ़ जाता है, जो 102°F से भी ऊपर जा सकता है। यह बुखार कभी-कभी कंपकंपी के साथ भी आता है, और इसका अचानक आना एक गंभीर संक्रमण का संकेत हो सकता है।
दूसरा, लगातार और बलगम वाली खांसी निमोनिया का एक विशिष्ट संकेत है। इस खांसी में आमतौर पर हरा, पीला या जंग के रंग का बलगम आता है। कभी-कभी खून की धारियां भी दिख सकती हैं। खांसी लगातार होती है और इतनी तेज हो सकती है कि नींद या आराम में भी बाधा डाल सकती है।
सांस लेने में कठिनाई या सांस फूलना निमोनिया का एक और प्रमुख लक्षण है। संक्रमित फेफड़ों की कार्यक्षमता कम होने के कारण ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पाती, जिससे व्यक्ति को सांस लेने में जोर लगाना पड़ता है या उसकी सांस तेज चलने लगती है। मामूली गतिविधि पर भी सांस फूल सकती है, और बच्चों में यह अक्सर तेज सांसों के रूप में दिख सकता है।
सीने में दर्द होना भी निमोनिया का एक गंभीर संकेत है। यह दर्द आमतौर पर साँस लेने या खाँसने पर तेज होता है, क्योंकि फेफड़ों के आस-पास की झिल्लियों में सूजन आ जाती है। यह दर्द चुभने वाला या तेज हो सकता है और अक्सर छाती के एक तरफ महसूस होता है।
ठंड लगना और पसीना आना भी निमोनिया के साथ जुड़ा एक आम लक्षण है। तेज़ बुखार के साथ यह भी हो सकता है। रोगी को तेज़ ठंड लग सकती है, भले ही कमरा गर्म हो। इसके अलावा, मांसपेशियों में दर्द, थकान, कमजोरी, भूख न लगना और भ्रम (विशेषकर बुजुर्गों में) भी इसके अन्य लक्षण हो सकते हैं। कुछ मामलों में होठों या नाखूनों का नीला पड़ना भी ऑक्सीजन की कमी को दर्शाता है, जो निमोनिया की एक गंभीर स्थिति हो सकती है।
यदि आप या आपके परिवार में किसी को इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव हो, खासकर यदि वे बच्चों या बुजुर्गों में हों, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। निमोनिया का समय पर निदान और उपचार ही गंभीर जटिलताओं और संभावित खतरों से बचा सकता है। यह बीमारी गंभीर हो सकती है, इसलिए आत्म-चिकित्सा से बचें और विशेषज्ञ की राय को प्राथमिकता दें।
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