Chennai Bus Terminals : दिल्ली वाला हाल अब चेन्नई में ,सड़कों पर गाड़ियां रेंग रहीं, बस अड्डों पर पैर रखने की जगह नहीं

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News India Live, Digital Desk: Chennai Bus Terminals : अगर आप सोच रहे हैं कि त्योहारों पर भारी भीड़ और लंबे ट्रैफिक जाम का सामना सिर्फ दिल्ली-एनसीआर वालों को ही करना पड़ रहा है, तो आप गलत हैं। करीब 2000 किलोमीटर दूर दक्षिण भारत के शहर चेन्नई का भी इस वक्त कुछ ऐसा ही हाल है। दिवाली से पहले अपने-अपने घर लौटने वालों की होड़ ने शहर की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है।

जैसे-जैसे दिवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है, चेन्नई की सड़कों, बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा है। हर कोई अपने परिवार के साथ त्योहार मनाने के लिए अपने गृहनगर की ओर निकल पड़ा है, जिसका नतीजा यह है कि पूरा शहर जाम की चपेट में है।

जहां देखो, बस लोग ही लोग

इस वक्त चेन्नई के प्रमुख बस टर्मिनलों और स्टेशनों का नजारा देखने लायक है। टिकट के लिए लगी लंबी कतारें, खचाखच भरे प्लेटफॉर्म और अपना सामान उठाए लोगों की भारी भीड़... पिछले कुछ दिनों से शहर में यही माहौल है।

यह हाल सिर्फ बस अड्डों का नहीं है, शहर की मुख्य सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी हैं और ट्रैफिक चींटी की चाल से रेंग रहा है, खासकर शाम के समय। टी. नगर और पुरुसवक्कम जैसे मशहूर बाजार आखिरी समय में खरीदारी करने वालों से भरे पड़े हैं, जिससे जाम की समस्या और भी गंभीर हो गई है। हालत यह है कि जिस सफर में आमतौर पर 30 मिनट लगते थे, अब उसमें डेढ़ से दो घंटे लग रहे हैं।

सरकार ने चलाई 10,000 से ज्यादा स्पेशल बसें

इस भारी भीड़ को देखते हुए, तमिलनाडु सरकार ने हर साल की तरह इस बार भी खास इंतजाम किए हैं। लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए चेन्नई से राज्य के अलग-अलग जिलों के लिए 10,500 से भी ज्यादा स्पेशल बसें चलाई जा रही हैं।

मशहूर कोयमबेडु बस अड्डे पर लोगों की सुविधा के लिए टिकट बुकिंग के स्पेशल काउंटर भी खोले गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, अब तक डेढ़ लाख से भी ज्यादा लोग इन स्पेशल बसों के लिए अपनी टिकट बुक कर चुके हैं।

हालांकि सरकार की तरफ से इंतजाम किए गए हैं, लेकिन एक ही समय पर इतनी बड़ी संख्या में लोगों के यात्रा करने की वजह से व्यवस्था पर भारी दबाव है। यह तस्वीरें हर साल हमें याद दिलाती हैं कि रोजी-रोटी के लिए घर से दूर रहने वाले लाखों लोगों के लिए ये त्योहार कितने मायने रखते हैं। उनके लिए, ट्रैफिक जाम और लंबी लाइनों में लगने वाली यह परेशानी, घर जाकर अपनों के साथ दिवाली मनाने की खुशी के आगे कुछ भी नहीं है।

 

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