Butter vs Ghee : भारतीय रसोई का ये सोना घी और मक्खन में क्या फर्क है? 2025 में जानें ये बड़े खुलासे

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News India Live, Digital Desk: घी, जो भारतीय रसोई का एक अभिन्न अंग है और अपने औषधीय गुणों के लिए दुनिया भर में मशहूर है, इसे अक्सर अंग्रेजी में 'Clarified Butter' कहा जाता है. हालांकि, कुछ लोग इसे सीधे 'Ghee' ही कहते हैं, क्योंकि यह सिर्फ पिघला हुआ मक्खन नहीं, बल्कि एक खास प्रक्रिया से तैयार किया गया उत्पाद है जिसका स्वाद, सुगंध और पोषक तत्व मक्खन से अलग होते हैं. घी और मक्खन दोनों ही डेयरी उत्पाद हैं, लेकिन इनमें कुछ बुनियादी अंतर होते हैं जो इन्हें अलग बनाते हैं. तो आइए, 2025 में इन दोनों के बीच के अंतर को गहराई से समझते हैं.

घी क्या है? (What is Ghee in English?)

अंग्रेजी में घी को आमतौर पर Clarified Butter कहा जाता है. इसे मक्खन को धीमी आंच पर तब तक पकाकर बनाया जाता है जब तक उसमें मौजूद पानी और दूध के ठोस पदार्थ (milk solids) अलग न हो जाएं और एक सुनहरा, पारदर्शी तरल न बच जाए. ये दूध के ठोस पदार्थ पककर नीचे बैठ जाते हैं और इन्हें हटा दिया जाता है, जिससे केवल शुद्ध वसा बचती है. इसी प्रक्रिया के कारण घी को लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है और इसका स्मोक पॉइंट (जलने का बिंदु) मक्खन से ज़्यादा होता है.

घी और मक्खन में क्या अंतर है? (Difference between Ghee and Butter):

  1. उत्पादन प्रक्रिया (Production Process):
    • मक्खन: यह दूध या क्रीम को मथकर बनाया जाता है. इसमें लगभग 80% वसा, 15-20% पानी और कुछ दूध के ठोस पदार्थ होते हैं.
    • घी: मक्खन को गर्म करके, पानी और दूध के ठोस पदार्थों को अलग करने के बाद बनता है. इसमें लगभग 99-99.5% शुद्ध वसा होती है, और पानी व दूध के ठोस पदार्थ बहुत कम होते हैं.
  2. पोषक तत्व और स्वास्थ्य लाभ (Nutrients and Health Benefits):
    • मक्खन: इसमें विटामिन ए, डी, ई, के होते हैं. हालांकि, इसमें लैक्टोज और कैसिइन (दूध प्रोटीन) होता है, जो कुछ लोगों में एलर्जी या पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है.
    • घी: चूंकि घी से दूध के ठोस पदार्थ हटा दिए जाते हैं, इसमें लैक्टोज और कैसिइन बहुत कम या न के बराबर होता है. इसलिए यह लैक्टोज-असहिष्णु लोगों के लिए बेहतर होता है. यह विटामिन ए, ई और के2 से भरपूर होता है, साथ ही इसमें ब्यूटिरिक एसिड होता है जो आंतों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है.
  3. स्मोक पॉइंट (Smoke Point):
    • मक्खन: इसका स्मोक पॉइंट कम होता है (लगभग 150°C या 302°F). यह उच्च तापमान पर जल सकता है, जिससे हानिकारक फ्री रेडिकल्स पैदा होते हैं.
    • घी: इसका स्मोक पॉइंट बहुत अधिक होता है (लगभग 250°C या 482°F). यह उच्च तापमान पर खाना पकाने के लिए अधिक उपयुक्त है, जैसे तलने या भूनने के लिए.
  4. स्वाद और सुगंध (Taste and Aroma):
    • मक्खन: इसका स्वाद हल्का और क्रीम जैसा होता है.
    • घी: इसका स्वाद अधिक नटी, गहरा और तीव्र होता है. इसकी एक अनूठी सुगंध होती है जो भोजन को समृद्ध करती है.
  5. स्टोरेज और शेल्फ लाइफ (Storage and Shelf Life):
    • मक्खन: इसमें पानी और दूध के ठोस पदार्थ होने के कारण यह जल्दी खराब हो सकता है और इसे रेफ्रिजरेशन की आवश्यकता होती है.
    • घी: पानी और दूध के ठोस पदार्थ हटा दिए जाने के कारण, इसे ठंडी, सूखी जगह पर लंबे समय तक कमरे के तापमान पर स्टोर किया जा सकता है.

संक्षेप में, घी मक्खन का एक शुद्ध, अधिक स्थायी और सुगंधित रूप है, जिसमें लैक्टोज की मात्रा बहुत कम होती है और इसका स्मोक पॉइंट भी उच्च होता है, जिससे यह उच्च तापमान पर खाना पकाने के लिए बेहतर होता है.

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