इस मंदिर में घी का दीपक जलाने मात्र से दृष्टि संबंधी समस्याएं और आंखों की समस्याएं दूर हो जाएंगी..!
वेल्लीश्वरर मंदिर: भारत का एक प्रसिद्ध मंदिर जो दृष्टि संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों की मदद करता है। बहुत कम लोग इसके बारे में जानते हैं। यह मंदिर प्राचीन है। वेल्लीश्वरर मंदिर, चेन्नई के मायलापुर में स्थित है। भक्तों का मानना है कि इस मंदिर में दर्शन करने से आँखों की समस्याएँ दूर हो जाती हैं।
जी हाँ, इस मंदिर में भक्त घी के दीपक जलाते हैं और फूल चढ़ाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहाँ विराजमान भगवान शिव भक्तों की भक्ति और सच्ची श्रद्धा से प्रसन्न होकर उनकी आँखों की समस्याओं का निवारण करते हैं। इस मंदिर में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है।
इस मंदिर को शुक्र ग्रह माना जाता है। यह नौ ग्रहों में से एक, शुक्र ग्रह से जुड़ा है। भक्त यहाँ प्रेम, रिश्तों, सुंदरता, रचनात्मकता और धन से जुड़े शुक्र के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए आते हैं।
मंदिर की वास्तुकला पारंपरिक द्रविड़ शैली में बनी है। इसका मुख्य प्रवेश द्वार जटिल नक्काशी से सुसज्जित है। यह मंदिर वेल्लेश्वर, कामाक्षी अम्मन, गणेश, मुरुगा और नवग्रहों, विशेष रूप से शुक्र को समर्पित है।
मंदिर की पृष्ठभूमि: दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य ने विष्णु के वामन अवतार के दौरान अपनी दृष्टि खो दी थी। दुःख से अभिभूत होकर उन्होंने भगवान शिव की आराधना की। उन्होंने मायलापुर स्थित मंदिर में अपनी दृष्टि वापस पाने के लिए घोर तपस्या की। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने शुक्राचार्य की दृष्टि वापस लौटा दी। इसलिए शिव को वेल्लेश्वर कहा जाता है। वेल्लि का अर्थ है शुक्र और ईश्वर का अर्थ है शिव।
नोट: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। पाठकों के हित में... कई विद्वानों की सलाह उनके द्वारा बताए गए बिंदुओं के आधार पर ही दी गई है। पाठक ध्यान दें कि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। ज़ी कन्नड़ न्यूज़ ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
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