Bollywood Entertainment : भूल गए थे रोमकॉम का जादू? वरुण और जान्हवी की ये फ़िल्म दिलाएगी फिर से मज़ेदार रोमांस की याद
News India Live, Digital Desk: Bollywood Entertainment : अगर आप बॉलीवुड के सुनहरे दौर वाली हल्की-फुल्की और दिल छू लेने वाली रोमैंटिक-कॉमेडी (romcom) फ़िल्मों को मिस कर रहे थे, तो आपके लिए खुशखबरी है! वरुण धवन और जान्हवी कपूर की नई फ़िल्म 'सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' इसी कमी को पूरा करने आई है. इस फ़िल्म को देखकर लगता है जैसे बॉलीवुड ने अपनी खोई हुई 'क्लासिक रोमकॉम' (classic romcom) वाली चमक वापस पा ली है.
फ़िल्म के सबसे मजबूत पहलुओं में से एक है वरुण धवन और जान्हवी कपूर की लाजवाब केमिस्ट्री (chemistry). पर्दे पर ये दोनों इतने सहज और नेचुरल लगते हैं कि आप उनकी प्रेम कहानी में तुरंत खो जाते हैं. उनकी मासूम शरारतें, प्यारी नोंक-झोंक और गंभीर पलों में भावनात्मक जुड़ाव फ़िल्म को ताज़गी देता है. यह दिखाता है कि इन दोनों कलाकारों ने अपने किरदारों को बहुत गहराई से समझा है और उसे बखूबी पर्दे पर उतारा है.
कैसी है फ़िल्म की कहानी?
'सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' (Sunny Sanskari Ki Tulsi Kumari) एक ऐसी लव स्टोरी है जो हमें याद दिलाती है कि क्लासिक बॉलीवुड रोमकॉम क्या होती थीं. फ़िल्म की कहानी में ताज़गी है, हँसी-मजाक है और ऐसे दिल छू लेने वाले पल हैं, जो आपको कई बार मुस्कुराने पर मजबूर करेंगे और शायद आपकी आँखों में खुशी के आँसू भी ला दें. कहानी एक सामान्य सी लव स्टोरी की तरह दिख सकती है, लेकिन इसका प्रेजेंटेशन, डायलॉग और कलाकारों का परफॉर्मेंस इसे ख़ास बनाता है. फ़िल्म के किरदारों को इतनी बारीकी से गढ़ा गया है कि दर्शक उनसे आसानी से जुड़ाव महसूस कर पाते हैं.
अभिनय और निर्देशन:
वरुण धवन (Varun Dhawan) ने अपने 'संस्कारी' अवतार में खूब जचे हैं. उनकी कॉमिक टाइमिंग और भावनात्मक सीन्स को संभालने की क्षमता बेहतरीन है. जान्हवी कपूर (Janhvi Kapoor) भी 'तुलसी कुमारी' के किरदार में पूरी तरह ढली हुई दिखी हैं. उनकी मासूमियत और मजबूत इरादों का तालमेल बहुत अच्छा लगा है. सहायक कलाकारों ने भी अच्छा काम किया है, जिससे फ़िल्म में और मज़ा आया है.
फ़िल्म का निर्देशन ऐसा है जो दर्शकों को बांधे रखता है. डायरेक्टर ने कहानी के फ्लो (flow) को कहीं भी बिगड़ने नहीं दिया है और यह सुनिश्चित किया है कि दर्शक हर पल फ़िल्म के साथ जुड़े रहें. गाने और बैकग्राउंड स्कोर भी कहानी को आगे बढ़ाते हैं और मूड को सेट करने में अहम भूमिका निभाते हैं.
अगर आप ऐसी फ़िल्म देखना चाहते हैं जो आपको एक मीठी और हल्की फुल्की लव स्टोरी के साथ मनोरंजन दे, तो 'सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' एक बढ़िया विकल्प है. यह फ़िल्म क्लासिक रोमकॉम के जादू को फिर से ज़िंदा करने की काबिलियत रखती है और आपको खुश करके थिएटर से बाहर निकालेगी.
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