Bihar Politics : मोकामा में सबसे बड़ा सियासी खेल? जब धुर-विरोधी अनंत सिंह के घर अचानक पहुंच गए ललन सिंह

Post

News India Live, Digital Desk: बिहार की राजनीति कब कौन सी करवट ले ले, यह कहना मुश्किल है। यहाँ दोस्त कब दुश्मन और दुश्मन कब दोस्त बन जाएं, कोई नहीं जानता। ऐसा ही एक चौंकाने वाला नजारा मोकामा की धरती पर देखने को मिला, जब JDU के कद्दावर नेता और मुंगेर के सांसद ललन सिंह अचानक अपने धुर-विरोधी माने जाने वाले 'छोटे सरकार' यानी अनंत सिंह के घर पहुँच गए।

अनंत सिंह का गढ़, और दरवाजे पर ललन सिंह

मोकामा को बाहुबली नेता अनंत सिंह का अजेय किला माना जाता है। अनंत सिंह भले ही इस समय जेल में हों, लेकिन आज भी इस इलाके में उन्हीं का सिक्का चलता है। उनकी पत्नी नीलम देवी यहाँ से RJD की विधायक हैं। ऐसे में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले JDU नेता ललन सिंह का इस किले में सेंधमारी करना किसी बड़े सियासी खेल की ओर इशारा कर रहा है।

ललन सिंह एक रोड शो के सिलसिले में मोकामा में थे, लेकिन उन्होंने अपना काफिला सीधे अनंत सिंह के पैतृक आवास लदमा की ओर मोड़ दिया। वहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। उन्होंने अनंत सिंह के दादाजी की मूर्ति पर माला चढ़ाई और फिर घर के अंदर जाकर विधायक नीलम देवी से मुलाकात की।

क्या कहते हैं दोनों पक्ष?

इस मुलाकात के बाद जब ललन सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे बड़ी चतुराई से एक पारिवारिक मुलाकात बता दिया। उन्होंने कहा, "मेरा इस परिवार से बहुत पुराना रिश्ता है। मैं यहाँ अपने पूर्वजों का आशीर्वाद लेने आया हूँ। इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।"

वहीं, RJD विधायक नीलम देवी ने भी इसे एक 'गैर-राजनीतिक' मुलाकात बताया। उन्होंने कहा, "ललन सिंह जी हमारे क्षेत्र के सांसद हैं और एक वरिष्ठ नेता हैं। वह आए, यह अच्छी बात है। यह एक शिष्टाचार भेंट थी।"

लेकिन सियासत के जानकार क्या कहते हैं?

भले ही दोनों पक्ष इसे राजनीति से दूर बता रहे हों, लेकिन बिहार की सियासत को समझने वाले जानते हैं कि इस मुलाकात के पीछे गहरे राजनीतिक समीकरण छिपे हैं। ललन सिंह और अनंत सिंह के बीच की अदावत जगजाहिर रही है। ऐसे में ललन सिंह का अनंत सिंह के घर जाना, RJD के वोट बैंक में सेंध लगाने की एक बड़ी कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। यह नीतीश कुमार और JDU का RJD को उसी के घर में घेरने का एक मास्टरस्ट्रोक भी हो सकता है।

अब देखना यह है कि यह 'गैर-राजनीतिक' मुलाकात आने वाले विधानसभा चुनावों में क्या 'राजनीतिक' रंग दिखाती है।

--Advertisement--