Bihar Politics : CM का चेहरा विधायक तय करेंगे, कोई और नहीं, पप्पू यादव ने तेजस्वी पर बोला सीधा हमला, कांग्रेस को भी दिया संदेश

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News India Live, Digital Desk: बिहार की सियासत में लोकसभा चुनाव के बाद एक नए 'पावर सेंटर' के तौर पर उभरे पप्पू यादव ने आते ही बड़े धमाके करने शुरू कर दिए हैं. पूर्णिया से निर्दलीय सांसद बनकर दिल्ली पहुंचे पप्पू यादव ने अब बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर ऐसा बयान दे दिया है, जिसने महागठबंधन, खासकर आरजेडी (RJD) की बेचैनी बढ़ा दी है. उन्होंने साफ-साफ कह दिया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, यह विधायक तय करेंगे, और कांग्रेस के सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.

इसे सीधे-सीधे तेजस्वी यादव के लिए एक बड़ी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है.

"मुख्यमंत्री कोई एक आदमी तय नहीं करेगा"

एक तरफ जहां आरजेडी (RJD) खेमा तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का अघोषित चेहरा मानकर चल रहा है, वहीं पप्पू यादव ने इस पर सवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री का चेहरा विधायक दल की बैठक में तय होगा. चुनाव के बाद जीते हुए विधायक मिलकर यह फैसला लेंगे कि उनका नेता कौन होगा."

पप्पू यादव का यह बयान आरजेडी (RJD) की उस रणनीति पर सीधा हमला है, जिसमें तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही जाती है. पप्पू के इस बयान का मतलब साफ है कि वो तेजस्वी की लीडरशिप को इतनी आसानी से स्वीकार करने वाले नहीं हैं. उन्होंने यह कहकर एक नई बहस छेड़ दी है कि मुख्यमंत्री का फैसला चुनाव से पहले नहीं, बल्कि चुनाव के बाद होना चाहिए.

कांग्रेस के लिए बिना शर्त समर्थन, पर सम्मान ज़रूरी

पप्पू यादव ने अपनी जीत के बाद यह साफ कर दिया था कि वो इंडिया गठबंधन और कांग्रेस के साथ हैं. अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करने के बाद भी पूर्णिया से टिकट न मिलने का दर्द उनके मन में कहीं न कहीं ज़रूर है. इसी को लेकर उन्होंने एक और बड़ी बात कही.

उन्होंने कहा कि वो कांग्रेस पार्टी को बिना शर्त समर्थन देते रहेंगे, लेकिन "कांग्रेस पार्टी के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं होगा." उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने और पूर्णिया की जनता के स्वाभिमान के साथ भी कोई समझौता नहीं करेंगे.

यह कांग्रेस आलाकमान के लिए एक संदेश है कि वो पप्पू यादव को हल्के में लेने की भूल न करे. वो गठबंधन का हिस्सा तो हैं, लेकिन अपनी शर्तों और अपने सम्मान पर.

कुल मिलाकर पप्पू यादव ने बिहार की राजनीति में एक नया समीकरण पैदा कर दिया है. वो तेजस्वी यादव के सामने एक मजबूत चैलेंजर के तौर पर खड़े हो रहे हैं और कांग्रेस के अंदर भी अपनी अहमियत को जता रहे हैं. अब देखना यह है कि उनके इन बयानों से महागठबंधन की सियासत आने वाले दिनों में क्या रुख अख्तियार करती है.

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