Bihar Development : बिहार में अब नौकरियों की बहार, तेजस्वी यादव का ऐलान ,महागठबंधन आया तो हर युवा को देंगे नौकरी
News India Live, Digital Desk: बिहार की सियासत में 'नौकरी' एक बड़ा चुनावी मुद्दा है और महागठबंधन लगातार इसी मुद्दे पर सरकार को घेरता रहा है. इसी कड़ी में, उपमुख्यमंत्री और राजद (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर दोहराया है कि अगर राज्य में 'महागठबंधन' सत्ता में आता है, तो बिहार के हर युवा को नौकरी मिलेगी. उन्होंने यह दावा अपनी एक जनसभा के दौरान किया, जहाँ उन्होंने बीजेपी (BJP) और मौजूदा एनडीए (NDA) सरकार पर जमकर हमला बोला और युवाओं को बेहतर भविष्य का सपना दिखाया.
तेजस्वी यादव का 'नौकरी का वादा':
तेजस्वी यादव लगातार इस बात पर ज़ोर देते रहे हैं कि महागठबंधन का मुख्य फोकस रोज़गार सृजन पर होगा.
- हर युवा को नौकरी का वादा: तेजस्वी ने अपनी सभा में कहा, "जब हम सरकार में आए, तो कुछ ही महीनों में लाखों युवाओं को नौकरी मिली. अगर महागठबंधन को मौका मिलता है तो बिहार के हर एक युवा को नौकरी देंगे." यह एक बहुत बड़ा वादा है, जो लाखों बेरोजगार युवाओं के बीच उम्मीद जगा सकता है.
- मौजूदा सरकार पर हमला: उन्होंने बीजेपी और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर युवाओं को रोजगार देने में विफल रहने का आरोप लगाया. तेजस्वी का कहना है कि वर्तमान सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर गंभीर नहीं है और सिर्फ झूठे वादे करती है.
- 'जो कहा, वह करके दिखाया': तेजस्वी ने पिछले कुछ महीनों में महागठबंधन सरकार (जब वे सत्ता में थे) द्वारा दी गई नौकरियों का उदाहरण भी दिया. उनका तर्क है कि उनकी सरकार ने सत्ता में आते ही कई लाख सरकारी नौकरियां दीं और अगर वे वापस आते हैं, तो यह संख्या और बढ़ेगी.
यह वादा कितना बड़ा और क्यों महत्वपूर्ण है?
बिहार एक युवा आबादी वाला राज्य है, जहाँ रोज़गार की कमी हमेशा से एक गंभीर समस्या रही है. ऐसे में, 'हर युवा को नौकरी' जैसा वादा चुनावी लिहाज़ से बहुत मायने रखता है:
- युवा वोट बैंक पर फोकस: यह सीधे तौर पर युवा मतदाताओं को लुभाने की कोशिश है, जो राज्य में एक बड़ा वोट बैंक है.
- एनडीए पर दबाव: यह वादा बीजेपी और जदयू के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर भारी दबाव डालेगा कि वे भी रोज़गार सृजन को अपनी प्राथमिकता में रखें.
- पिछला रिकॉर्ड: तेजस्वी ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान (जब वह डिप्टी सीएम थे) शिक्षा और स्वास्थ्य विभागों में हुई नियुक्तियों को गिनाया था. अब देखना यह है कि यह वादा कितना यथार्थवादी है और क्या इसे पूरा करने का कोई ठोस रोडमैप पेश किया जाता है.
हालांकि, राजनीतिक विश्लेषक यह भी मानते हैं कि 'हर युवा को नौकरी' का वादा पूरा करना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यह चुनावी एजेंडा में रोजगार को शीर्ष पर रखने का एक प्रभावी तरीका ज़रूर है. अब देखना यह है कि क्या तेजस्वी यादव का यह 'जॉब कार्ड' उन्हें सत्ता के शिखर तक पहुंचा पाएगा.
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