शाहरुख, प्रियंका से भी पहले, जानिए कौन थी वो diva जिसने खरीदी थी सुपर-लग्जरी रोल्स-रॉयस, 1960s में ही

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मुंबई: फिल्म इंडस्ट्री की चकाचौंध के पीछे सिर्फ चमक-दमक नहीं, बल्कि कड़ी मेहनत और लगन भी छिपी है। हमारे सितारे अपने पसीने की कमाई से ही वे सभी ऐशो-आराम हासिल करते हैं, जिनका वे आनंद लेते हैं। जब बात हो लग्ज़री की, खासकर 'मीन् मशीन' यानी रोल्स-रॉयस (Rolls-Royce) जैसी शानदार गाड़ी की, तो कई बड़े नाम ज़हन में आते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर कौन थे वो पहले भारतीय सेलिब्रिटी जिन्होंने 60 के दशक में इस शान और शौकत की निशानी को अपनी संपत्ति बनाया? जवाब जानकर आप हैरान रह जाएंगे, क्योंकि ये खिताब अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, प्रियंका चोपड़ा, या कपूर-खान परिवार के किसी सदस्य के पास नहीं, बल्कि उनसे काफी पहले एक ऐसी शानदार अभिनेत्री के नाम था, जिसने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को दीवाना बनाया और 'ग्रे शेड्स' वाले किरदारों में जान डाल दी। आइए, जानते हैं 1960 के दशक में रोल्स-रॉयस की मालकिन बनने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री के बारे में!

नदीरा: वो 'इम्पॉसिबल' जिसे सच कर दिखाया!

कौन थीं नदीरा?
नदीरा, जिनका असली नाम फ्लोरेंस एज़ेकियल (Florence Ezekiel) था, का जन्म बगदाद, इराक में हुआ था। अपने परिवार के साथ वे काम और व्यापार की तलाश में मुंबई आईं। उनके दो भाई थे, जिनमें से एक अमेरिका में और दूसरा इज़राइल में बसता है। नदीरा ने 1950 और 1960 के दशक में अपनी खास पहचान बनाई। उन्होंने 'आन' (1952), 'श्री 420' (1955), 'पाकीज़ा' (1972) और 'जूली' (1975) जैसी यादगार फिल्मों में काम किया। 'जूली' में उनके सहायक अभिनेत्री के तौर पर किए गए किरदार के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड (Filmfare Best Supporting Actress Award) से भी नवाज़ा गया था।

वो फर्स्ट इंडियन एक्ट्रेस जिन्होंने कराई रोल्स-रॉयस की एंट्री!

मीट द फर्स्ट इंडियन एक्ट्रेस टू ओन रोल्स रॉयस
नदीरा अपने करियर के दौरान सबसे ज़्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्रियों में से थीं। इतना ही नहीं, वह उन पहली भारतीय अभिनेत्रियों में से एक थीं जिन्होंने रोल्स-रॉयस कार का मालिक बनकर इतिहास रचा। सियासत (Siasat) रिपोर्ट के मुताबिक, नदीरा ने यह कार विदेश से आयात (imported) करवाई थी। यह उस समय एक बड़ा कदम था जिसने उस दौर के कई दूसरे सेलेब्रिटीज के लिए एक नया ट्रेंड सेट किया, और यह ख़बर खूब सुर्खियां बटोर ले गई।

नदीरा की पहली तनख्वाह
इंडिया टीवी (IndiaTV) की एक रिपोर्ट के अनुसार, जब नदीरा ने अपने करियर की शुरुआत की थी, तब उन्हें हर फिल्म के लिए Rs 1200 मिलते थे। बाद में यह वेतन Rs 2500 हुआ और फिर Rs 3600 तक पहुँच गया। उस ज़माने में Rs 3600 एक बहुत बड़ी रकम थी! नदीरा बॉलीवुड में रोल्स-रॉयस खरीदने वाली पहली अभिनेत्री बनीं, जिसे दुनिया की सबसे लग्ज़री कारों में से एक माना जाता है।

बॉलीवुड के रोल्स-रॉयस मालिक: नदीरा के बाद कौन?

प्रौड ओनर्स ऑफ़ रोल्स-रॉयस
आज के दौर में बॉलीवुड के बड़े-बड़े सुपरस्टार जैसे अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, प्रियंका चोपड़ा, विजय और चिरंजीवी जैसी हस्तियों के पास भी रोल्स-रॉयस कारें हैं। लेकिन नदीरा ने यह उपलब्धि इनसे कई दशक पहले ही हासिल कर ली थी।

नदीरा का सिनेमाई सफर: 11 साल की उम्र से लग्जरी की मालकिन बनने तक

नदीरा स मूवी जर्नी
विकिपीडिया (Wikipedia) के अनुसार, नदीरा ने अपना फिल्मी डेब्यू महज 10 या 11 साल की उम्र में 1943 की फिल्म 'मौज़' (Mauj) से किया था। लेकिन असली पहचान उन्हें 1952 में आई फिल्म आन (Aan) से मिली। फिल्म निर्माता महबूब खान की पत्नी सरदार अख्तर ने उन्हें इस फिल्म में राजपूत राजकुमारी (Rajput princess) का किरदार निभाने का मौका दिया, जिसने उन्हें दर्शकों का भरपूर प्यार दिलाया। 1955 में, वह श्री 420 (Shree 420) में एक अमीर सोशलाइट माया के किरदार में दिखीं।

उनकी कुछ अन्य प्रमुख फिल्मों में 'दिल अपना और प्रीत पराई' (Dil Apna Aur Preet Parai, 1960), पाकीज़ा (Pakeezah, 1972), हँसते ज़ख़्म (Hanste Zakhm, 1973), और अमर अकबर एंथनी (Amar Akbar Anthony, 1977) शामिल हैं। नदीरा को अक्सर वैंप (Vamp) या निगेटिव शेड्स (grey shades) वाले किरदारों के लिए सराहा जाता था। उनका आखिरी बड़ा काम 2000 में आई फिल्म जोश (Josh) और ज़ोहरा महल (Zohra Mahal) में था।

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