BCCI's Toughest Decision : ऑस्ट्रेलिया सीरीज होगी कोहली-रोहित का आखिरी इम्तिहान?
News India Live, Digital Desk: BCCI's Toughest Decision : भारतीय क्रिकेट में दो नाम ऐसे हैं, जिन्हें टीम का 'राम-लखन' कहा जाता है - विराट कोहली और रोहित शर्मा. सालों से ये दोनों टीम की रीढ़ की हड्डी रहे हैं. इनकी जगह प्लेइंग-11 में इतनी पक्की मानी जाती है कि कोई इस पर सवाल उठाने की सोच भी नहीं सकता. लेकिन अब लगता है, हवा बदल रही है. BCCI के नए चीफ सेलेक्टर, अजित अगरकर ने इशारों-इशारों में नहीं, बल्कि सीधे शब्दों में एक ऐसा संदेश दे दिया है जिससे भारतीय क्रिकेट में भूचाल आ गया है.
संदेश साफ है - अब सिर्फ नाम से काम नहीं चलेगा, रन बनाने पड़ेंगे, वरना...
क्या है अगरकर का 'गुप्त' संदेश?
BCCI के गलियारों से जो खबरें छनकर आ रही हैं, उनके मुताबिक अजित अगरकर ने टीम मैनेजमेंट और दोनों सीनियर खिलाड़ियों तक यह बात पहुँचा दी है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली आगामी टेस्ट सीरीज उनके लिए 'करो या मरो' जैसी होगी. अगर इस सीरीज में दोनों के बल्ले से रन नहीं निकले, तो टीम से उनकी विदाई की प्रक्रिया शुरू हो सकती है.
सीधे शब्दों में कहें तो, अब वो ज़माना गया जब पुराने रिकॉर्ड्स और बड़े नाम के सहारे टीम में जगह बनी रहती थी. अगरकर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य की टीम बनाने के लिए कड़े और बड़े फैसले लेने से कोई गुरेज नहीं किया जाएगा, चाहे सामने कितना ही बड़ा खिलाड़ी क्यों न हो.
क्यों आई यह नौबत?
इस सख्त रुख के पीछे कई बड़ी वजहें हैं:
- लगातार खराब फॉर्म: रोहित और विराट, दोनों ही खिलाड़ी पिछले काफी समय से टेस्ट क्रिकेट में अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. कुछ अच्छी पारियों को छोड़ दें तो उनके प्रदर्शन में निरंतरता की भारी कमी दिखी है.
- युवा खिलाड़ियों का दबाव: बाहर शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, ऋतुराज गायकवाड़ और सरफराज खान जैसे युवा खिलाड़ी हैं जो घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगा रहे हैं. वे टीम इंडिया का दरवाज़ा खटखटा नहीं रहे, बल्कि तोड़ रहे हैं. उन्हें और कितने समय तक बाहर बिठाया जा सकता है?
- भविष्य की तैयारी: भारतीय टीम अब अगली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) को ध्यान में रखकर एक नई और मजबूत टीम खड़ी करना चाहती है. इसके लिए जरूरी है कि टीम में वही खिलाड़ी हों जो फॉर्म में हैं और टीम के लिए लगातार रन बना रहे हैं.
तो क्या यह कोहली-रोहित के युग का अंत है?
यह कहना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. यह अल्टीमेटम एक तरह से इन दोनों दिग्गजों के लिए एक आखिरी मौका है. अगर वे ऑस्ट्रेलिया के मजबूत अटैक के सामने रन बनाकर खुद को साबित कर देते हैं, तो उनका करियर लंबा चल सकता है. लेकिन अगर वे इस बड़ी परीक्षा में फेल हो गए, तो शायद हम भारतीय क्रिकेट के एक युग को समाप्त होते हुए देखेंगे.
यह फैसला भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़े बदलाव का संकेत है, जहाँ अब प्रदर्शन ही टीम में बने रहने का एकमात्र पैमाना होगा, चाहे आपका नाम विराट कोहली हो या रोहित शर्मा.
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