Bareilly News : सालों से देश में छिपा बैठा था, फर्जी डॉक्टर बन कर रहा था इलाज, बरेली में बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

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News India Live, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के बरेली से एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जो देश की सुरक्षा और आम लोगों की सेहत, दोनों से खिलवाड़ कर रहा था. यहां पुलिस ने एक ऐसे बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है, जो सालों से अपनी पहचान छिपाकर न सिर्फ भारत में अवैध रूप से रह रहा था, बल्कि एक झोलाछाप डॉक्टर बनकर लोगों की जान के साथ भी खेल रहा था. उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी जैसे अहम भारतीय दस्तावेज भी बरामद हुए हैं.

नाम और पहचान बदलकर कर रहा था डॉक्टरी

यह पूरा गोरखधंधा बरेली के फतेहगंज पश्चिमी इलाके में चल रहा था. पुलिस को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि यहां क्लीनिक चलाने वाला एक तथाकथित बंगाली डॉक्टर असल में एक बांग्लादेशी नागरिक है जो अवैध रूप से रह रहा है. जब पुलिस ने मामले की जांच की और उस शख्स को पकड़ा, तो जो खुलासा हुआ वो होश उड़ाने वाला था.

पकड़े गए शख्स ने पूछताछ में बताया कि उसका असली नाम राजू उर्फ राज मंडल है और वह बांग्लादेश के ढाका का रहने वाला है लेकिन भारत में वह साबिर हुसैन बनकर रह रहा था.उसने इतने शातिराना तरीके से अपनी पहचान छिपाई कि किसी को उस पर शक तक नहीं हुआ. वह गांव में एक कमरा किराए पर लेकर 'बंगाली क्लीनिक' चला रहा था और भोले-भाले लोगों का इलाज कर रहा था.

दिल्ली में बनवाए थे फर्जी दस्तावेज

पुलिस की जांच में पता चला है कि राजू मंडल पहले भी वीजा पर भारत आया था, लेकिन वीजा की मियाद खत्म होने के बाद वह वापस लौट गया. इसके बाद वह गैर-कानूनी तरीके से सीमा पार करके दोबारा भारत में घुसा और सीधे दिल्ली पहुंच गया. वहीं पर उसने अपने फर्जी दस्तावेज, जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड, तैयार करवाए. इन फर्जी दस्तावेजों के सहारे ही उसने बरेली में किराए पर कमरा लिया और डॉक्टर बनकर अपना धंधा जमाने लगा.

इस गिरफ्तारी ने एक बार फिर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. कैसे कोई विदेशी नागरिक इतनी आसानी से देश में घुसकर सालों तक रह सकता है? और उससे भी बड़ा सवाल यह है कि आधार और वोटर आईडी जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज इतनी आसानी से कैसे बन जाते हैं? फिलहाल, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं.

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