Astrology : गृह प्रवेश की कलश रस्म और अगस्त का राशिफल, जानें किन राशियों के लिए समय होगा चुनौतीपूर्ण
News India Live, Digital Desk: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की चाल में होने वाले परिवर्तन सभी राशियों के जीवन को प्रभावित करते हैं। अगस्त 2025 का महीना कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। मुख्य रूप से चार राशियाँ ऐसी हैं जिनके जातकों को इस दौरान अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। इन राशियों के लोगों को आर्थिक, पारिवारिक और स्वास्थ्य संबंधी मामलों में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
वृषभ राशि: इस राशि के जातकों को अगस्त के महीने में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। किसी करीबी व्यक्ति से धोखा मिलने की भी आशंका है, जिससे मन अशांत रहेगा।
कर्क राशि: कर्क राशि वालों के लिए यह समय पारिवारिक जीवन में कलह लेकर आ सकता है। वैवाहिक संबंधों में तनाव बढ़ सकता है और व्यापार में भी घाटे की स्थिति बन सकती है।
कन्या राशि: इस राशि के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। किसी पुरानी बीमारी के दोबारा उभरने से मन में निराशा का भाव आ सकता है और आत्मविश्वास में कमी महसूस हो सकती है।
धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए भी यह महीना कष्टकारी साबित हो सकता है। कार्यस्थल पर आपको कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और आर्थिक स्थिति भी कमजोर रह सकती है।
गृह प्रवेश में कलश गिराने की रस्म का महत्व
हिंदू धर्म में विवाह एक पवित्र संस्कार है जिसमें कई परंपराएं और रस्में निभाई जाती हैं। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण रस्म है दुल्हन का गृह प्रवेश। इस दौरान दुल्हन अपने दाहिने पैर से चावल या अनाज से भरे कलश को गिराकर घर में प्रवेश करती है। यह सिर्फ एक रस्म नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरे अर्थ छिपे हैं।
यह कलश धन, धान्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। जब दुल्हन इस कलश को गिराकर घर में प्रवेश करती है, तो यह इस बात का प्रतीक है कि वह अपने साथ घर में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आ रही है।
उसके आगमन से घर में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होगी। इस कलश में रखे चावल के दाने घर में फैलकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और नकारात्मकता को दूर करते हैं। इस प्रकार, यह परंपरा नववधू को देवी लक्ष्मी का स्वरूप मानकर उसके सौभाग्यशाली आगमन का उत्सव है।
गृह प्रवेश में कलश गिराने की रस्म का महत्व
हिंदू धर्म में विवाह एक पवित्र संस्कार है जिसमें कई परंपराएं और रस्में निभाई जाती हैं। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण रस्म है दुल्हन का गृह प्रवेश। इस दौरान दुल्हन अपने दाहिने पैर से चावल या अनाज से भरे कलश को गिराकर घर में प्रवेश करती है। यह सिर्फ एक रस्म नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरे अर्थ छिपे हैं।
यह कलश धन, धान्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। जब दुल्हन इस कलश को गिराकर घर में प्रवेश करती है, तो यह इस बात का प्रतीक है कि वह अपने साथ घर में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आ रही है। उसके आगमन से घर में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होगी। इस कलश में रखे चावल के दाने घर में फैलकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और नकारात्मकता को दूर करते हैं। इस प्रकार, यह परंपरा नववधू को देवी लक्ष्मी का स्वरूप मानकर उसके सौभाग्यशाली आगमन का उत्सव है।
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