Amazon Leo: स्टारलिंक को टक्कर देने के लिए तैयार है Amazon! जल्द लॉन्च होगी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस, जानें डिटेल्स
सैटेलाइट इंटरनेट उपलब्ध कराने वाली एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक जल्द ही भारत में लॉन्च होने वाली है। भारत में स्टारलिंक की सेवा शुरू होने से पहले ही इसकी प्रतिद्वंदी कंपनियों ने तैयारी शुरू कर दी है। स्टारलिंक को टक्कर देने के लिए अमेज़न अपनी नई अमेज़न लियो सेवा शुरू करने की तैयारी कर रहा है। पहले इसे प्रोजेक्ट कुइपर के नाम से जाना जाता था। हालाँकि, अब इस प्रोजेक्ट का नाम बदल दिया गया है। प्रोजेक्ट कुइपर का नाम बदलने के बाद अब कंपनी ने इसका नाम अमेज़न लियो रख दिया है।
अमेज़न लियो सेवा कब शुरू होगी?
कहा जा रहा है कि उद्यमों के लिए अमेज़न लियो की सेवा इसी साल और आम उपयोगकर्ताओं के लिए अमेज़न लियो की सेवा अगले साल शुरू की जाएगी। अमेज़न का कहना है कि कंपनी हज़ारों सैटेलाइट्स की मदद से उन इलाकों में कनेक्टिविटी उपलब्ध कराएगी जहाँ मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं है। आइए अब जानते हैं कि कंपनी ने इस प्रोजेक्ट का नाम क्यों बदला और यह सेवा कैसे फायदेमंद होगी। (फोटो साभार - X)
कंपनी ने परियोजना का नाम क्यों बदला?
अमेज़न का कहना है कि बड़े शहरों के साथ-साथ पहाड़ी इलाकों और गाँवों में भी ऐसी जगहें हैं जहाँ इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं है। इसलिए, सैटेलाइट नेटवर्क की मदद से इन जगहों पर इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुँचाई जाती है। अमेज़न पिछले कई सालों से प्रोजेक्ट कुइपर पर काम कर रहा है, लेकिन अब कंपनी ने इस प्रोजेक्ट का नाम बदल दिया है। अमेज़न लियो नाम से पता चलता है कि इस सिस्टम को लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में रखे गए सैटेलाइट्स द्वारा संचालित किया जाएगा।
अमेज़न लियो कैसे काम करेगा?
अमेज़न के गेटवे एंटेना ज़मीन पर लगे होते हैं, जो सैटेलाइट के साथ डेटा का आदान-प्रदान करते हैं। इसके बाद, ग्राहक अपने घरों या दफ़्तरों में छोटे एंटेना इस्तेमाल करेंगे। स्पीड के आधार पर, लियो नैनो, लियो प्रो और लियो अल्ट्रा का चुनाव किया जा सकता है। ये उन्नत प्रोसेसर से लैस हैं, जिसकी वजह से ये सैटेलाइट से सीधी इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करते हैं।
अमेज़न 3,000 उपग्रह प्रक्षेपित करेगा
अमेज़न की योजना 3,000 उपग्रहों को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित करने की है। ये सभी उपग्रह ग्राहकों को मज़बूत और स्थिर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए मिलकर काम करेंगे। इन उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने के लिए, अमेज़न ने स्पेसएक्स, ब्लू ओरिजिन, एरियनस्पेस और यूएलए से 80 रॉकेट लॉन्च बुक किए हैं। पूरे नेटवर्क के पूरा होने में कई साल लगने की उम्मीद है।
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