AI Search Engine : चैटजीपीटी को पछाड़ पेर्प्लेक्सिटी एआई बना भारत का नंबर 1 ऐप

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News India Live, Digital Desk: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI की दुनिया में इन दिनों तेज़ी से बदलाव देखने को मिल रहे हैं, और भारत इसका एक बड़ा गवाह बन रहा है। हाल ही में, AI-पावर्ड सर्च इंजन 'पेर्प्लेक्सिटी एआई' Perplexity AI ने भारत के ऐप स्टोर पर चैटजीपीटी ChatGPT को पछाड़ते हुए नंबर वन ऐप का खिताब अपने नाम कर लिया है। यह न सिर्फ़ पेर्प्लेक्सिटी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारतीय यूज़र्स की प्राथमिकताएं अब कैसे बदल रही हैं।

पेर्प्लेक्सिटी एआई केवल एक चैटबॉट नहीं, बल्कि एक ऐसा एआई सर्च इंजन है जो सवालों के जवाब देने के साथ-साथ उन जानकारियों के स्रोतों को भी उजागर करता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह यूज़र्स को सटीक और वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है, साथ ही उन वेबसाइटों या लेखों का भी हवाला देता है जहाँ से यह जानकारी ली गई है। यही बात इसे पारंपरिक सर्च इंजन और चैटजीपीटी जैसे जनरेटिव एआई मॉडल से अलग बनाती है, क्योंकि चैटजीपीटी अक्सर अपने जवाबों के लिए स्रोत नहीं दिखाता।

इसकी सफलता के पीछे भारतीय मूल के अरविंद श्रीनिवास का दिमाग है, जो इसके सह-संस्थापक और सीईओ हैं। अरविंद ने गूगल, डीपमाइंड और ओपनएआई जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में काम किया है, जिससे उन्हें एआई और सर्च टेक्नोलॉजी का गहरा अनुभव मिला है। यूज़र्स अब केवल जानकारी ही नहीं, बल्कि उसकी विश्वसनीयता भी चाहते हैं, और पेर्प्लेक्सिटी इसी ज़रूरत को पूरा करता है।

इस प्लेटफॉर्म ने हाल ही में जेफ बेजोस जैसे बड़े निवेशकों से 73.6 मिलियन डॉलर का निवेश हासिल किया है, जिसके बाद इसका मूल्यांकन 520 मिलियन डॉलर तक पहुँच गया है। भारत जैसा बड़ा बाजार, जहाँ तकनीकी अपनाना तेजी से हो रहा है, पेर्प्लेक्सिटी के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बन गया है। भारतीय यूज़र्स तेज़ी से ऐसे AI उपकरणों को अपना रहे हैं जो उन्हें सटीक और सत्यापित जानकारी देते हैं।

पेर्प्लेक्सिटी की यह सफलता बताती है कि एआई का भविष्य केवल नए कंटेंट बनाने में नहीं, बल्कि मौजूदा जानकारी को विश्वसनीय और सुलभ तरीके से प्रस्तुत करने में भी है। यह बदलाव निश्चित रूप से एआई उद्योग को एक नई दिशा देगा।

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