NDA Bihar : लोकसभा के बाद अब विधानसभा ,अमित शाह का मास्टर प्लान बिहार में मचाएगा तहलका?

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News India Live, Digital Desk:  लोकसभा चुनाव के नतीजे अभी ठंडे भी नहीं पड़े थे कि बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की बिसात बिछने लगी है। इस चुनावी रण की कमान संभालने खुद 'राजनीति के चाणक्य' कहे जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पटना पहुंच गए हैं। उनके इस दौरे ने बिहार के सियासी पारे को अचानक से बढ़ा दिया है।

मंगलवार को पटना पहुंचते ही अमित शाह सीधे बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय पहुंचे, जहां उनकी अध्यक्षता में एक 'महाबैठक' का आयोजन किया गया। यह कोई आम बैठक नहीं थी, बल्कि यह 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के 'मिशन बिहार' का शंखनाद था।

बंद कमरे में 20 जिलों के नेताओं के साथ मंथन

इस महाबैठक में उत्तर बिहार और सीमांचल के 20 जिलों के बीजेपी के वरिष्ठ नेता, जिला अध्यक्ष और पदाधिकारी शामिल हुए। बंद कमरे में हुई इस बैठक का एजेंडा बिल्कुल साफ था - आने वाले विधानसभा चुनाव में जीत का ब्लूप्रिंट तैयार करना।

सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह ने एक-एक कर सभी जिलों में पार्टी की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने लोकसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा करते हुए नेताओं से पूछा कि कहां कमी रह गई और आगे की क्या रणनीति होगी। उन्होंने बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने और केंद्र सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने का 'जीत का मंत्र' दिया।

अमित शाह का फोकस: संगठन और रणनीति

अमित शाह अपनी माइक्रो-मैनेजमेंट और चुनावी रणनीति के लिए जाने जाते हैं। इस बैठक में भी उनका यही अंदाज देखने को मिला। उन्होंने नेताओं को साफ निर्देश दिए कि अब पूरी तरह से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं।

इस बैठक के मुख्य बिंदु रहे:

  • विधानसभा की एक-एक सीट का गणित समझना।
  • बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना।
  • विपक्ष के हर दांव का जवाब देने की रणनीति बनाना।

अमित शाह का यह दौरा बीजेपी कार्यकर्ताओं में एक नया जोश भरने का काम कर रहा है। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद बीजेपी बिहार में और भी आक्रामक तरीके से चुनावी मैदान में उतरेगी। इस महाबैठक ने यह तो साफ कर दिया है कि बीजेपी का लक्ष्य सिर्फ चुनाव जीतना नहीं, बल्कि अपने दम पर एक मजबूत सरकार बनाना है

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