चक्रवात मोंथा का कहर, आंध्र प्रदेश में दस्तक के बाद UP-बिहार तक भारी बारिश का अलर्ट

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News India Live, Digital Desk : बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान 'मोंथा' (Cyclone Montha) अब और खतरनाक हो गया है. तूफान ने आंध्र प्रदेश के तटों पर दस्तक दे दी है, जिसके चलते तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है. लेकिन इस तूफान का असर सिर्फ आंध्र प्रदेश तक ही सीमित नहीं रहने वाला है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक ताजा बुलेटिन जारी करते हुए ओडिशा, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत कई राज्यों के लिए भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.

इस तूफान ने धान की कटाई के अहम समय पर दस्तक दी है, जिससे किसानों की चिंताएं आसमान पर पहुंच गई हैं.

आंध्र प्रदेश और ओडिशा में सबसे ज़्यादा खतरा

'मोंथा' तूफान का केंद्र आंध्र प्रदेश में है, जहां श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जैसे जिलों में इसका सबसे ज़्यादा असर देखने को मिल रहा है. इन इलाकों में 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और समंदर में ऊंची लहरें उठ रही हैं. मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समंदर में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है.

आंध्र प्रदेश से सटे ओडिशा के दक्षिणी जिलों, जैसे- गंजाम, गजपति, और कोरापुट में भी 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है. यहां भी भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.

कैसे पहुंचेगा असर उत्तर प्रदेश और बिहार तक?

समुद्र तट से टकराने के बाद चक्रवाती तूफान आमतौर पर कमजोर पड़ जाते हैं, लेकिन उनका असर नमी वाली हवाओं के रूप में हजारों किलोमीटर दूर तक महसूस होता है. 'मोंथा' के साथ भी ऐसा ही हो रहा है.

  • उत्तर प्रदेश: इस सिस्टम के असर से पूर्वी उत्तर प्रदेश (पूर्वांचल) के कई जिलों जैसे- गोरखपुर, देवरिया, बलिया, वाराणसी और प्रयागराज में 28 और 29 अक्टूबर को गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश हो सकती है.
  • बिहार: बिहार के दक्षिणी और पूर्वी जिलों में भी 'मोंथा' का असर दिखेगा. पटना, गया, भागलपुर और पूर्णिया समेत कई इलाकों में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.

किसानों के लिए बड़ी आफत

यह बारिश किसानों के लिए किसी आफत से कम नहीं है. इस समय खेतों में धान की फसल लगभग पककर तैयार है और कई जगहों पर कटाई चल रही है. ऐसे में अगर तेज हवाओं के साथ बारिश होती है, तो खड़ी फसल खेतों में ही बिछ सकती है और कटी हुई फसल भीगकर खराब हो सकती है.

मौसम विभाग ने सभी प्रभावित राज्यों की सरकारों और आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क रहने के लिए कहा है. अगले 48 घंटे इन सभी राज्यों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाले हैं. लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी की जा रही सूचनाओं पर लगातार नज़र बनाए रखें और सावधानी बरतें.

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