Affordable Plans : जियो का एक और सस्ता प्लान बंद,249 के बाद अब 199 वाला भी हुआ खत्म
News India Live, Digital Desk: Affordable Plans : रिलायंस जियो ने 249 रुपये के प्लान को बंद करने के बाद अब अपने एक और सस्ते प्लान, जो ₹199 में उपलब्ध था, को भी बंद कर दिया है. जियो का यह कदम स्पष्ट रूप से उपयोगकर्ताओं को महंगे और अधिक डेटा वाले प्लान की ओर धकेल रहा है. इसका सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा जो पहले से ही अपने डेटा और कॉलिंग की ज़रूरतों के लिए कम कीमत वाले विकल्पों का उपयोग कर रहे थे.
जियो के ₹199 प्लान का बंद होना और प्रभाव:
- कम लागत वाले ग्राहकों पर प्रभाव: ₹199 वाला प्लान एक लोकप्रिय और किफायती विकल्प था, जो सीमित डेटा उपयोगकर्ताओं और उन लोगों के लिए आदर्श था जिन्हें प्राथमिक रूप से वॉयस कॉलिंग की आवश्यकता थी. इस प्लान के बंद होने से उन्हें अब महंगे प्लान खरीदने होंगे.
- 1.5GB/2GB/3GB प्लान को बढ़ावा: जियो अब अपने ग्राहकों को 1.5GB, 2GB या 3GB प्रतिदिन वाले महंगे प्लान खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है, जिससे प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) में वृद्धि होगी.
- अनलिमिटेड कॉलिंग और एसएमएस का लाभ: भले ही सस्ता प्लान बंद हो गया हो, जियो के मौजूदा महंगे प्लान अभी भी अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग और प्रतिदिन 100 एसएमएस की सुविधा प्रदान करते हैं.
उपलब्ध सर्वोत्तम विकल्प और उनकी विशेषताएँ:
वर्तमान में, जियो के पास ₹239 से शुरू होकर कई सारे प्लान मौजूद हैं, जो विभिन्न डेटा ज़रूरतों वाले उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त हैं:
- ₹239 प्लान (28 दिन): यह प्लान उन लोगों के लिए सबसे सस्ता विकल्प है जो हर दिन कम से कम 1.5GB डेटा चाहते हैं. इसमें 28 दिनों की वैधता के साथ कुल 42GB डेटा, अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग और प्रतिदिन 100 एसएमएस मिलते हैं.
- ₹299 प्लान (28 दिन): अगर आपको 2GB डेटा प्रतिदिन की आवश्यकता है, तो यह प्लान 28 दिनों की वैधता के साथ 56GB कुल डेटा प्रदान करता है. इसमें अनलिमिटेड कॉलिंग और प्रतिदिन 100 एसएमएस भी शामिल हैं.
- ₹349 प्लान (28 दिन): यह प्लान उन लोगों के लिए है जिन्हें सबसे ज्यादा डेटा की आवश्यकता होती है. यह प्रतिदिन 3GB डेटा, अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग और 100 एसएमएस प्रतिदिन 28 दिनों की वैधता के साथ प्रदान करता है.
इन तीनों प्लांस में जियो ऐप्स का मुफ्त सब्सक्रिप्शन भी मिलता है. जियो का यह कदम भारतीय टेलीकॉम बाजार में बढ़ती टैरिफ दरों और औसत राजस्व बढ़ाने की कंपनियों की रणनीति का हिस्सा है, जिससे उपभोक्ताओं को अंततः अधिक खर्च करना पड़ेगा.
--Advertisement--