Action on YouTube: Google ने 11,000 चैनल किए बंद जानिए इसका असली कारण

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News India Live, Digital Desk: Action on YouTube: दुनिया के सबसे बड़े वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म YouTube पर एक बड़े 'ऑपरेशन क्लीनअप' की खबर सामने आई है। 2025 की पहली तिमाही में, YouTube और इसकी पैरेंट कंपनी Google ने अपने प्लेटफॉर्म से लगभग 11,000 YouTube चैनलों को हटा दिया है। यह कार्रवाई प्लेटफॉर्म के नियमों और नीतियों का उल्लंघन करने वाले चैनलों और वीडियो के खिलाफ की गई है, जिसका मुख्य कारण 'गुमराह करने वाली जानकारी' और 'स्पैम' कंटेंट है। यह गूगल की कंटेंट मॉडरेशन पर लगातार बढ़ती सख्ती को दर्शाता है।

गूगल ने अपने ऑफिशियल ब्लॉग पोस्ट और ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट के माध्यम से बताया है कि यह हटाए गए चैनल और वीडियो, उनकी सामुदायिक दिशानिर्देशों (Community Guidelines) और उपयोगकर्ता नीतियों का उल्लंघन कर रहे थे। जिन कारणों से इन चैनलों पर कार्रवाई की गई उनमें प्रमुख हैं:

भ्रामक सूचनाएं और फेक न्यूज: ऐसे चैनल जो गलत, भ्रामक या हानिकारक जानकारी फैला रहे थे, उन्हें तुरंत बंद किया गया। इसमें चुनाव से जुड़ी गलत जानकारी, स्वास्थ्य संबंधी झूठे दावे, और किसी भी प्रकार का दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार शामिल हो सकता है।

स्पैम और स्कैम: बहुत सारे चैनल स्पैम गतिविधियों में शामिल थे, जैसे नकली वादे, धोखाधड़ी वाले ऑफ़र, या ऑटोमेटेड जनरेटेड कंटेंट जो सिर्फ विज्ञापन क्लिक के लिए होते हैं। ये यूजर एक्सपीरियंस को खराब करते हैं और सुरक्षा को खतरा भी पैदा करते हैं।

सामुदायिक दिशानिर्देशों का उल्लंघन: हिंसा भड़काने वाला कंटेंट, बाल यौन शोषण सामग्री, घृणित भाषा, धमकी या परेशान करने वाले वीडियो जैसे सख्त निषिद्ध कंटेंट को साझा करने वाले चैनलों को भी स्थायी रूप से बंद किया गया।

मेटाडेटा में हेरफेर: कुछ चैनल वीडियो के डिस्क्रिप्शन, टैग या थंबनेल में हेरफेर करते हैं ताकि उन्हें सर्च में ऊपर दिखाया जा सके, जबकि वीडियो का कंटेंट कुछ और होता है। यह दर्शकों को गुमराह करता है और गूगल ऐसी प्रथाओं के खिलाफ सख्त है।

गूगल का यह कदम अपने प्लेटफॉर्म को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाए रखने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह दिखाता है कि टेक्नोलॉजी कंपनियां अब ऑनलाइन फैलाई जा रही गलत जानकारी और हानिकारक कंटेंट पर गंभीरता से कार्रवाई कर रही हैं। 

इन चैनलों को हटाने से यूट्यूब पर मौजूद कुल वीडियो और क्रिएटर्स की संख्या पर तो शायद ज्यादा फर्क न पड़े, लेकिन इससे प्लेटफार्म की विश्वसनीयता और गुणवत्ता में सुधार होता है, जो अंततः वास्तविक और उपयोगी कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक बेहतर माहौल बनाता है। यह कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश है कि यदि कंटेंट क्रिएटर्स यूट्यूब के नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाएगा।

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